रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। विकास खंड डीह में कार्यरत ये विशेष शिक्षक दिव्यांगों के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के कारण, इन शिक्षकों को व इनके कुछ दिव्यांग बच्चों को, पूर्व जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, उपजिलाधिकारी निशा, प्रभारी मंत्री नंद कुमार नंदी व माँ वैष्णो देवी ट्रस्ट कटरा ने भी राष्ट्रीय स्तर आदि द्वारा पुरस्कृत हो चुके हैं। इनके द्वारा पढ़ाये गए छात्र जिले में चर्चा के विषय बने हुये हैं कचनावाँ निवासी दृष्टिबाधित दिव्यांग कमल को 100 तक पहाड़ा, लांखों करोड़ो का हिसाब, सामान्य जानकारी लिखना-पढ़ना जैसे उसके बाएं हाँथ का खेल हो, वहीं ग्राम पीढ़ी निवासी दीपक यादव को 88 तक का पहाड़ा, सामान्य जानकारी, ब्रेल में हनुमान चालीसा व सुंदरकांड लिखने व पढ़ने का ज्ञान है।
इस छात्र की योग्यता को देखकर अभी हाल ही में जिला अधिकारी संजय कुमार खत्री ने इस दिव्यांग दीपक की आगे की शिक्षा निरंतर जारी रहने के लिए इस बच्चे को सहायक उपकरण ब्रेलर, देजीप्लेयर, पेज आदि उपलब्ध कराने हेतु ऑर्डर दे दिया है। वहीं इस शिक्षक ने दृष्टिबाधित रामदत्त शुक्ला भी लाजवाब क्रिकेट कमेंट्री के कारण जम्मू में सम्मानित किया जा चुका है। (33) इस शिक्षक ने दिव्यांग बच्चों के प्रति हमेशा समर्पित दिखाई देते हैं, ऐसे शिक्षको की नियुक्ति जिला बेसिक शिक्षा विभाग की समेकित शिक्षा इकाई के तहत विकास खंड स्तर नियुक्ति हुई है, ये शिक्षक सदैव दिव्यांग बच्चों के शैक्षणिक उत्थान में लगे रहते है, इन शिक्षकों द्वारा कई दृष्टिबाधित बच्चों को हाइस्कूल व इंटर तक की पढ़ाई कराई जाती हैं और उन्हें प्रेरित करते रहते है। विशेष शिक्षक बृजेश यादव की इसी समर्पण भावना के कारण क्षेत्र में व विभाग में चर्चा का विषय बने हुए हैं। दृष्टिबाधित छात्रों को फोन पर शिक्षा देने की वजह से शुरुवात में चर्चा में आये थे। कुछ लोग इन्हें मोबाइल गुरु भी कहते है। बताते चलें कि यह शिक्षक समेकित शिक्षा इकाई का जिला ट्रेनर भी है। यह शिक्षक दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण दिलाना, विकलांग प्रमाण पत्र बनवाना, यात्रा भत्ता दिलवाना, दिव्यांग बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता, आदि कार्यों को सम्पन्न कराने में अग्रणी रहते हैं।