लालगंज, रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। पहले से ही बंद चल रही कानपुर रायबरेली पैसेंजर ट्रेन और अब ऊंचाहार एक्सप्रेस बंद कर देने से व्यापारियों व यात्रियों को भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है जिससे भाजपा सरकार के खिलाफ लोगो का आक्रोश बढता जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि ऊंचाहार-उन्नाव रेल प्रखण्ड पर पिछले वर्ष रेलमार्ग की मरम्मत के नाम पर रायबरेली पैसेजर ट्रेन को बंद कर दिया गया था। मरम्मत का काम तो बंद हो गया लेकिन ट्रेनएक वर्ष बाद भी शुरू नही हो सकी है। यात्रियों की परेशानी उस समय दुगनी हो गई जब रेल प्रशासन ने क्षेत्र की एकमात्र लम्बी दूरी की ऊंचाहार एक्सप्रेस ट्रेन को भी बंद कर दिया। रेलवे प्रषासन ने कोहरे के चलते इसट्रेन को ढाई महीने के लिये बंद किया है जबकि अभी तक कोहरे का कही भी नामोनिशान तक नही है। इससे क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोष व्याप्त है। व्यापार मंडल अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार विद्वेशपूर्ण राजनीति कर रही है। जिसके चलते इस रूट की दोनो महत्वपूर्ण ट्रेनों को बंद किया गया है। रेलवे द्वारा उठाये गये ऐसे कदम जनहित में ठीक नही है। युवा व्यापारी नेता राहुल भदौरिया ने कहा कि यह जिले की प्रमुख व्यापारिक मंडी है जिसके चलते सैकडो व्यापारियों का रोजाना कानपुर, दिल्ली आदि शहरो में आना जाना लगा रहता है। ऐसे में इस रूट पर और ट्रेनों को चलाने के बजाय रेलवे प्रशासन चल रही ट्रेनों को बंद कर रहा है। व्यापारी नेता ने कहा कि यदि जल्द ही इन टेट्रेनों को चालू न किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा। जिसका खामियाजा आने वाले समय में भाजपा सरकार भुगतेगी। कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष महेश शर्मा, नगर अध्यक्ष राजेश भदौरिया, पंचायत प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रवीेंद्र सिंह व उ0प्र0 व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक दीपेंद्र गुप्ता सहित सैकडो काग्रेसियों ने बंद ट्रेनों को चालू कराने के लिये जबर्जस्त आंदोलन किया था। जिसके दौरान रेलवे के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर टेट्रेनों को पुनः चालू कराने का आश्वासन दिया था लेकिन ढाक के तीन पात कहावत फिर चरितार्थ हुई और अधिकारी किंमकर्तव्यविमूढ़ बने हुए है।