ऊंचाहार, रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। सरकारी पैसों की लूट घसूट व कमीशनबाजी का मामला दिन प्रतिदिन रूकने का नाम नही ले रहा है जहां एक तरफ सरकारी पैसों का प्रयोग करने के लिये सरकार योजनाओं के माध्यम से गरीबों को मुफ्त मे शौंचालय बनाने के लिये पैसा दे रही है वहीं ब्लाक के अधिकारियों की खाऊ कमाऊ लूट घसूट के चक्कर मे घटिया सामग्री से शौंचालयों के बनाया गया जहां पे बने नवनिर्मित शौंचालय ढह जाने से एक युवक घायल हो गया है। गौरतलब हो कि ऊंचाहार ब्लाक के ग्राम पंचायत सरायतुराम के मजरा मियापुर है। जिस ग्राम पंचायत को ओडीएफ गांव घोषित करने पे यहां पे सत्य प्रतिशत शौंचालय बनाने का प्रक्रिया चला जिसके बाद यहां पे गांव मियापुर निवासी गनेशप्रसाद 38वर्ष पुत्र रामलाल का शौंचालय सरकारी पैसो से बनाया गया। जिसमे उसका छत इतना कमजोर था कि उसके नीचे बैठे लाभार्थी के ऊपर एका एक गिर गया जिसके बाद उसको चोटे आने पे उसको प्राथमिक उपचार हेतु प्राइवेट अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। हलाकि ये हादसा भले ही हादसा है लेकिन ये मामला ने सरकारी योजनाओं के पैसों का दुरूप्रयोग होने की ओर साफ साफ इशारा कर रहा है क्योंकि सरकारी पैसों से अभी हाल मे ही ये शौंचालय बनाया गया है जिसके गिरने से साफ साफ ये इंगित कर रहा है कि क्या घटिया सामग्री का प्रयोग करके शौंचालय का निर्माण करवाया जा रहा है जो अपने आप मे सवालो के घेरे मे खडा कर दिया है। सूत्रों की माने तो ब्लाक के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक ईंट भट्ठो मे उसी ईंट भट्ठे से लेते है जहां से उनको कमीशन अच्छा मिलता हो और जिसके एवज मे ईंटभट्ठा घटिर्या इंट भी देगा तो सब आलइज ओके हो जाता है यही हाल अन्य सामग्री दुकानों से होता है।हलाकि सरकारी पैसों का लूटघसूट करने वालों पे शिकंजा कसने की जगह मामले को दबा देने पे ग्रामीण भी एक दो बार शिकायत करने के बाद खुद सोच लेते है कि जब कुछ न्याय नही मिलेगा तो चुप रहना ही ठीक है। उधर एसडीएम मदन कुमार ने बताया कि सरकारी शौंचालय का छत ढहने से घटिया सामग्री प्रयोग होने की ओर इंगित करता है जिस मामले की प्रशासनिक जांच करवाया जायेगा जिसके बाद जो भी दोशी होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही किया जायेगा।