रायबरेलीः जन सामना ब्यूरो। रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक सुश्री अदिति सिंह ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में छुट्टा जानवरों से किसानों की बर्बाद हो रही फसल का मुद्दा उठाया। सुश्री अदिति सिंह ने सदन में पूछा कि क्या प्रदेश के पशुधन मंत्री ये बताने की कृपा करेंगे कि प्रदेश के अधिकांश जनपदों के गांवों में पशुपालकों द्वारा अपने निशक्त, बीमार एवं अनुपयोगी पशुओं को खुला छोड़ देने के बाद किसानों की फसल बर्बाद होने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। और पशुधन मंत्री से पूछा कि यदि ऐसा है तो इसके समाधान के लिए ग्रामसभा वार पशुबाडा अथवा गौशाला स्थापित किये जाने और इसकी देखरेख ग्राम प्रधानों की जिम्मेदारी पर किये जाने और सरकार से इस पर विचार करने को कहा। सुश्री अदिति सिंह के सवाल पर पशुधन मंत्री एसपी बघेल ने छुट्टा जानवरों से फसल बर्बादी के समाधान हेतु पशुबाडा या गौशाला निर्माण के लिए प्रदेश सरकार की ओर से ऐसी किसी भी योजना न चलाये जाने की बात को स्वीकारा। पशुधन मंत्री एसपी बघेल ने सुश्री अदिति सिंह के सवाल पर कहा कि बुंदेलखंड के 7 जनपदों में 1000 पशुओं की संख्या वाले गोवंश विहार की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ-साथ प्रदेश के 16 नगर निगमों के रख-रखाव हेतु गौशालाएं स्थापित कर उसमें गोवंश के संरक्षण की योजना भी प्रस्तावित है। वही एसपी बघेल ने कहा कि छुट्टा गोवंश की संख्या में कमी लाने के लिए सेक्सटेड-सार्टेड सीमेन जिसके उपयोग से मादा संतति उत्पन्न होती है, योजना चलाई जा रही है। प्रथम चरण में यह योजना प्रदेश के तीन जनपदों लखीमपुर खीरी, बाराबंकी और इटावा में संचालित की जा रही है। जिसके अच्छे परिणाम आये हैं और इसे प्रदेश के अन्य जनपदों में शुरू किया जाना प्रस्तावित है। वही एसपी बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से गोवंश की रक्षा और भरण-पोषण के लिए प्रदेश में संचालित 7 गोसदनों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीकृत 495 गोशालाओं के माध्यम से किया जा रहा है। पशुधन मंत्री के इस आंकड़ें पर सवाल उठाते हुए विधायक सुश्री अदिति सिंह ने कहा कि इतने बड़े प्रदेश में क्या मात्र 495 गौशालाओं से समस्या खत्म हो जाएगी। क्या प्रदेश सरकार की ओर से ब्लॉक स्तर पर गौशालाओं के निर्माण के लिए कोई योजना है? अगर है तो इसके लिए डीएफओ से कैसे मदद मिल सकती है। सुश्री अदिति सिंह ने कहा कि किसान आर्थिक और शारीरिक सभी प्रकार की परेशानियों को सहनकर बड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है। जिसमें छुट्टा जानवरों की ओर से फसल बर्बाद कर किसानों के लिए और मुश्किल हालात पैदा किये जा रहे हैं। इस ओर प्रदेश सरकार को ध्यान देते हुए किसानों के भले के लिए काम करना चाहिए।