फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। माध्यमिक शिक्षा परिषद् यानि यूपी बोर्ड परीक्षाओं पर नकल पर प्रभावी अंकुश लगाने के निर्देश है। इसके लिए सरकार ने इंटर विज्ञान वर्ग में पढने वाली छात्राओं की स्वकेन्द्र परीक्षा खत्म कर दी है।
शिक्षक शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि कई प्राईवेट इंटर विद्यालयों में अभी तक विज्ञान वर्ग में छात्र छात्राएं साथ साथ पढते है। लेकिन इस बार छात्राओं के सेंन्टर ऐसे विद्यालयों में गए है जहां कि छात्राओं के लिए बाथरूम तक उपलब्ध नहीं है। क्योंकि ये विद्यालय छात्रों के लिए ही संचालित किए जाते है। नगर का इस्लामियां इंटर कालेज जहां कि अधिकांश कक्षाओं के छात्र लडके ही है और स्टाफ भी पुरूषों का है, ऐसे विद्यालय में अब कि बार यू.पी.बोर्ड इंटर विज्ञान वर्ग की लडकियों का सेंटर बनाया गया है। जहां ना तो विद्यालयों में पढाने के लिए अध्यापिकाओं की व्यवस्था है और ना ही बाथरूम आदि की व्यवस्था ही है। ऐसे छात्रों के इंटर विद्यालयों में प्राइवेट विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को इन केन्द्रों पर जाकर उ.प्र. बोर्ड फरवरी में संचालित परीक्षा 2018 में परीक्षा शामिल होने हेतु मजबूर होना पडेगा । नगर में संचालित ऐसे प्राईवेट स्कूलों की छात्राओं को इस्लामिया इंटर जैसे छात्रों के कालेज में सुविधाओं के अभाव में परी़क्षा देने में छात्राओं को भारी परेशानी दिक्कतों का सामना कर पड सकता है। श्री चतुर्वेदी ने शिक्षा विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि छात्राओं को इस्लामिया इंटर विद्यालय में होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए बाथरूम , पढने के लिए कमरा तथा महिला अध्यापिकाओं की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि परीक्षा के दौरान उन्हें किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पडें।