कानपुर नगर,जन सामना संवाददाता। कर्मचारियों के फायदों पहुंचाने के साथ ही डिजिटल भुगतानों को लागू करने वाला एक संस्थान बन जायेगा आईआईएम जो कि डिजिटल ट्रांजैक्शन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की नीति के अनुरूप कदम है।
एक वार्ता के दौरान भाविन तुरखिया ने कहा कि आईआईएम छात्रों के लिए कैशलेस समाधान देने के साथ छात्र जिटा के एप आधारित सवचालित आॅर्डरिंग फीचर जिटा एक्सप्रेस रिमोट का उपयोग कर अपने हास्टल रूम से बाहर निकले बिना आराम से भोजन भी आर्डर कर सकेंगे। छात्र से लेकर शिक्षक तक, खलनऊ के इस संस्थान के परिसर में मौजूद सभी खाध विक्रेताओं के मूनू का अपयोग कर कुछ भी मंगवा सकते है जिसका भुगतान जिटा एप के जरिए किया जा सकेगा। उन्होने कहा कि छात्रों को ही परिवर्तन का वाहक कहा जाता है और शैक्षिक संस्थाओं का डिजिटलीकरण करने से विधार्थियों को अपने शरूआती दौर में ही डिजिटल भुगतान को अपनाने की ओर प्रवृत्त करने सहित भातर को डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलने में मदद मिलेगी। बताया िकइस नए रास्ते और नई दिशा में तेजी से कदम बढाने की योजना है। छात्र परिषद अध्यक्ष प्रणय भाभेरा ने कहा कि छात्रो को कैशलेस समाधान प्रदान करने की प्रक्रिया में आॅनबोर्डिंग करने में कोई परेशानी न हो इसके लिए टीम लगातार संपर्क में थी इसका उददेश छात्रों और अन्य निवासियों का एक समान्य सीखने की प्रक्रिया का आनेद लेना है।