Monday, November 25, 2024
Breaking News
Home » महिला जगत » बदलती ऋतु के केयर टिप्स

बदलती ऋतु के केयर टिप्स

क्रेडिट रोल- भारती तनेजा, डायरेक्टर ऑफ ऐल्प्स ब्यूटी क्लिनिक एंड एकेडमी
ऋतु बदलने का सबसे ज्यादा प्रभाव आपके शरीर और त्वचा पर दिखाई देता है। ऐसे में यदि ठीक प्रकार से देखभाल न की जाए तो त्वचा को मौसम के बदलने का खामियाजा भुगतना पड़ता है। तो कैसे करें इस ऋतु में अपनी त्वचा की केयर, जानते हैं….सुप्रसिद्ध कॉस्मेटोलॉजिस्ट, ऐस्थिटीशियन व एल्पस कॉस्मेटिक क्लीनिक की फांउडर डॉयरेक्टर भारती तनेजा जी से।
⇒तेज धूप और गर्म हवाएं त्वचा से उसका निखार ही नहीं बल्कि मॉयश्चर लेवल भी चुरा लेती है। इसके लिए ये जरूरी है कि आप अपनी त्वचा को प्रोटैक्ट करें। इसके लिए आप जब भी धूप में निकले, इससे पहले अपने फेस व बॉडी के अन्य खुले भागों पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं। सनस्क्रीन का असर केवल 2 से 3 घंटे के लिए रहता है, इसलिए ये जरूरी है कि आप इसे थोड़ी-थोड़ी देर बाद बार-बार लगाते रहें।
⇒धूप के कारण त्वचा पर जलन सी महसूस होने लगती है। धूप से आने के बाद अपनी त्वचा को राहत पहुंचाने के लिए पैक जरूर लगाएं। इसके लिए एक चम्मच कैलेमाइन पाउडर में आधा चम्मच चंदन पाउडर, खीरे का रस और शहद मिलाकर अपने फेस पर लगाएं और सूखने पर पानी से धो दें। इस पैक में शामिल शहद, एक प्राकृतिक मॉयश्चराइजर है जिससे आपकी त्वचा मॉयश्चराइज होगी। इसके अलावा खीरे से त्वचा को ठंडक मिलेगी साथ ही निखार भी आएगा।
⇒क्लीनिकल तौर पर अपनी त्वचा को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए 15 दिन या कम से कम माह में एक बार शाइन एंड ग्लॉसी फेशियल करवा सकती हैं। इस फेशियल में फ्रूट पल्प व ग्लिसरीन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे त्वचा बेहद यंग व स्वस्थ नजर आने लग जाती है।
⇒ऋतु परिवर्तन से केवल चेहरा ही नहीं बल्कि पूरी बॉडी भी मुरझा सी जाती है। इसके लिए आप किसी अच्छे ब्यूटी क्लीनिक से बॉडी पॉलीशिंग ट्रीटमेंट करवा सकती हैं। इस ट्रीटेमेंट के अंतर्गत बॉडी पर एक विशेष प्रकार का स्क्रब किया जाता है जिससे डेड स्किन रिमूव होती है और त्वचा के अनुसार क्रीम से मसाज की जाती है। ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और त्वचा पर ग्लो नजर आता है। इसके अलावा इस ट्रीटमेंट से टैनिंग भी रिमूव होती है।
⇒इस मौसम में तली-भुनी चीजों का कम से कम सेवन कीजिए साथ ही मौसमी फल जैसे संतरा, सेब आदि का सेवन कीजिए। इसके अलावा अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त आहार को शामिल कीजिए। –अनीता गौड़