कानपुरः जन सामना संवाददाता। होली पर मावा की भारी मांग को देखते हुए कानपुर नगर की खोया मण्डियों में हर वर्ष की भांति भारी मात्रा में खोया एकत्र हो रहा है। नगर और आसपास के क्षेत्रो से लेकर बाहर से भी खोया कानपुर आ रहा है। अधिक पैसा कमाने की लालच में नकली खोया बेचने और लोगों के स्वास्थ के साथ खिलावाड न हो सके इसलिए खाद विभाग की टीम भी सर्तक हो गयी है और नकली व खराब खोया की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।
कानपुर की पुरानी और बड़ी हटिया खोयामण्डी की शुक्रवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब खाध विभाग की टीम ने अचानक छापेमारी की। टीम को देखकर स्थानीय और बाहर से आये खोवा व्यापारी अपना मावा छोड़कर मौके से भाग निकले। वहीं यह बात पूरी मण्डी में फैल गयी जिसपर स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकाने भी बंद कर दी। टीम द्वारा कई मावा की टोकरियों से मावा के नमूने एकत्र किये गये। टीम द्वारा बताया गया कि होली के मददेनजर बाजार में नकली मावा की बिक्री न हो जाये इसके लिए छापेमारी की जा रही है। हटिया खोया मण्डी में छापेमारी कर दो गाडी मावा पकडा गया है, जिसके नमूने लिये गये है जिनकी जांच कराई जायेगी।
क्यों नही होती बड़ी कार्यवाही
होली ही नहीं हर त्योहार में मिठाईयों की भरपूर मांग होती है और शादी की सहालगों में भी। त्योहारों के समय ही खाद विभाग सजग दिखाई देता है उसके बाद इस ओर से उनका ध्यान हट जाता है। होली के आस पास भी हर वर्ष छापेमारी ही की जाती है। जांच के लिए खोए के नमूने लिये जाते है लेकिन आगे की कोई कार्यवाही नही होती। कोई ऐसी ठोस व्यवस्था नहीं बनाई जा पा रही है जिससे मिलावटी व नकली खोया बिकना ही बंद हो जाये, जबकि शहर की सभी खोए की बाजारों में मिलावटी खोया धडल्ले से बिकता है खासकर दीपावली और होली जैसे बड़े पर्वो पर कुन्टलों खोये की खपत कानपुर में होती है।