हाथरसः जन सामना संवाददाता। पे्रम सदभाव समरसतामयी जीवन जीने का संदेश देते हुये आपसी प्रेम मिलन पर्व होली रंगोत्सव की आभा में 168 वां मासिक कवि दरबार सादबाद गेट स्थित धन्वन्तरि औषधालय में सम्पन्न हुआ, जो रंगपंचमी, महिला दिवस, राष्ट्र चेतना दिवस, नवसंवत्सर पर्व, बासंतिक नवरात्र, रामनवमी पर्व, महावीर जयन्ती तथा हनूमान जयन्ती पर्व को समर्पित था।
कवि दरबार का शुभारंभ पं. मनोज द्विवेदी की वाणी वंदना-श्रीराधाकृष्णा नमोनमः से हुआ। इसी क्रमी में होली महोत्सव प्रिय-प्रियतम मनभावन, रंग-बिरंगे वसन अंग परम सुहावन, सुन्दर सुखद ललाम, होली-रंगोत्सव तुम्हें प्रणाम कविता से होली महोत्सव की शुभकामनायें दीं।
प्रदीप पंडित-हम सभी आये यहां होली पर्व के सम्मान में, कवियों के सम्मान में। श्रीमती प्रतिभा शर्मा ने महिला दिवस पर महिला सशक्तीकरण का संदेश इस कविता से दिया-महिला शक्ति का करते रहोगे वंदन, घर में छायी रहेगी खुशहाली, होता रहेगा अभिनन्दन।
वैद्य मोहन ब्रजेश रावत-होली आवत देखि कैं, मन में उठी उमंग, भोली पिया झूमी अपने प्रियतम संग, प्रेम की अभिलाषा लेकर, प्रीति जगाई, रंग-रंगीली होली आई। इसी क्रम में एक अन्य कविता-राष्ट्र भक्ति प्रेरणा का गान वंदे मातरम् सुनाकर राष्ट्र चेतना दिवस कार्यक्रम में भाग लेने का आव्हान किया जो 17 मार्च को सम्पन्न होगा।
जयप्रकाश शर्मा-समरसतामयी जीवन से टूटेगी भेदभाव की धारा, प्रेम एकता का होली पर्व हमारा, हम सभी अपने आत्मीय प्रेम का दायरा बढ़ायें, समरसता पर्व नवसंवत्सर बासंतिक नवरात्रि मनायें। रामवीर शर्मा-रामनवमी, महावीर जयन्ती, हनूमान जयन्ती का उत्सव का संदेश, विविधता में एकता का हमारा प्यारा भारत देश।
कवि दरबार के संस्थापक वैद्य मोहन ब्रजेश रावत ने सभी का आभार माना। कवियों का स्वागत प्रचार प्रभारी जयप्रकाश शर्मा ने किया।