⇒जिला अस्पताल में बंदर एवं कुत्ता काटने के बाद लगने वाली सुई 5 दिनों से नदारद
मीरजापुरः संदीप कुमार श्रीवास्तव। नगर के विभिन्न मोहल्लों में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है जिससे लोगों का छत पर जाना मुश्किल हो गया है। यही नहीं अब बंदर कॉलोनी की गलियों में खुलेआम अपना डेरा जमाए हुए हैं और आने जाने वाले राहगीरों बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं। बुधवार को शाम 4 बजे गैवी घाट मोहल्ले में बंदर ने रोहित 9 वर्ष पुत्र अशोक को काट लिया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। इसके 4 दिन पूर्व गैबी घाट मोहल्ले में ही यस 7 वर्ष को बंदर ने काट लिया था जिसका उपचार चल रहा है। इसी तरह बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। नगर पालिका या प्रशासन द्वारा बंदरों को पकड़ने की कोई व्यवस्था नहीं है जिससे बेखौफ होकर बंदर नरभक्षी होते जा रहे हैं । पिछले वर्ष एक बंदर ने दर्जनों बच्चों को अपना शिकार बनाया था जिससे जनता के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने बाहर से बंदर पकड़ने वाली टीम को बुलवाकर उस बंदर को पकड़वाया था । पुनः बंदरों का आतंक फिर से व्याप्त हो गया है जिससे लोग अपने छत एवं सुनसान बाहर गलियों में निकलने हेतु घबरा रहे हैं। लोगों में नगर पालिका प्रशासन एवं जिला प्रशासन के प्रति घर आक्रोश है। बंदरों द्वारा काटे गए बच्चों को सुई लगवाने हेतु जब परिजन जिला अस्पताल जा रहे हैं तो वहां पर अस्पताल प्रशासन द्वारा सुई न रहने की बात कही जा रहीे हैं। परिजनों द्वारा बताया गया कि जिला अस्पताल में 5 दिनों से बंदर अथवा कुत्ता काटने वाली सुई नहीं है जिससे परिजन परेशान होकर बाहर से महंगे दामों पर सुई लगवा रहे हैं जिससे लोगों में जबरदस्त आक्रोश है लोगों ने जिला प्रशासन एवं नगर पालिका प्रशासन से बंदरों के बढ़ते आतंक से छुटकारा दिलाए जाने की मांग की है।