कानपुरः जन सामना संवाददाता। कानपुर क्षेत्र में कर्मचारियों अधिकारियों की प्रताड़ना की पराकाष्ठा, पूर्व में स्थगित आन्दोलन का पुर्नउत्थान, अपनी समस्याओं व मांगो को लेकर यूपी बैंक इम्पलाईज यूनियन तथा सेंट्रल बैंक स्टाफ यूनियन द्वारा पाण्डू नगर स्थित सेंट्रल बैंक क्षेत्रीय कार्यालय के गेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया गया।
धरने में यूनियन कानपुर इकाई के अध्यक्ष रजनीश गुप्ता, मंत्री सुधीर सोनकर भी मौजूद रहे। वक्ताओं ने कहा कि यहां क्षेत्रीय प्रबन्धक राष्ट्रीयकृत बैंक नही बल्कि कोई प्राइवेट लि0 कम्पनीचला रहे हो जहां न कोई द्विपक्षीय समझौता लागू होता है और न ही कोई ओएसआर, कहा बस लागू होता है तो सनकीपनयुक्त सीएसआर। कहा कानपुर जैसे महानगर में जहां यातायात बहुत बड़ी समस्या है, पश्चिम कानपुर में रहने वालों को पूरब की शाखाओं या दक्षिण कानपुर में रहने वालों को उत्तर की शाखाओं में जानबूझ कर पंद्रह से बीस कि0 मी0 दूर पोस्ट किया जाता है। यह भी कहा गया कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे खेत्रीय कार्यालय ने सीएमओ कार्यालय से कोई सेटिंग कर रखी है। हर रूग्णता अवकाश लेने वाले कर्मचारी से कहा जाता है कि सीएमओ का सर्टीफिकेट लाओ अन्यथा वेतन काट देंगे। कहा वर्तमान वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक का पदार्पण जब से कानपुर में हुआ है तभी से क्षेत्र के आम कर्मचारियों एवं अधिकारियों का सोया हुआ दुर्भाग्य जा गया है। खेत्रीय प्रबन्धक के तलवेचाट चाटुकारों को छोकर शायद ही कोई बिरला ऐसा बचा हो जो उनकी दमनात्मक चक्की के दो पाटों के बीच में फंसकर घायल न हुआ है। अप्रैल माह आधा बीत चुहा है परन्तु जो छुटिटयां पहली जनवरी को एचआरएमएस में क्रेडिट होनी चाहिये थी, वह प्रबंधतंत्र की नाकामी के कारण अभी तक क्रेडिट नही की गयी है। आरोप लगाया कि क्षेत्रीय प्रबन्धक कुछ सूक्ष्मदर्शी अल्पसंख्यक संगठनो को अपना पूर्ण संरक्षण देते है। धरना प्रदर्शन के दौरान मंत्री राधा कृष्ण मिश्रा तथा महामंत्री दिनेश चंद्र के साथ अन्य बैंक कर्मचारीगण मौजूद रहे।