हर थाने पर एक दरोगा बाल कल्याण अधिकारी तैनात हो
मीरजापुर, संदीप कुमार श्रीवास्तव। बाल अपराधियों को सुयोग्य नागरिक बनाने की संभावनाओं के लिए हाईकोर्ट के 5 सदस्यीय न्यायिक अधिकारियों की 20 अप्रैल को आहूत बैठक में विंध्याचल मण्डल के आयुक्त मुरलीमनोहर लाल विभिन्न समस्याओं को पेश करेंगे। यह बैठक राजधानी लखनऊ में होगी जिसमें प्रदेश के सभी 18 मंडलों के आयुक्त भाग लेंगे। इस सम्बंध में तैयार की गई रिपोर्ट में इस तथ्य से कमेटी को अवगत कराया जाएगा कि बाल अपराध नियंत्रण एक्ट में प्राविधान है कि नाबालिग महिला अपराधियों को रखने वाले पर्यवीक्षण गृह में मुख्य गेट पर सिर्फ चतुर्थ श्रेणी का पुरुष गार्ड तैनात होगा और शेष स्टाफ महिला ही होगी लेकिन मिर्जापुर के महिला संरक्षण गृह में 5 पुरुष नियुक्त हैं जबकि यहां लगभग 14 महिलाएं विभिन्न अपराधों में निरुद्ध हैं और उनकी उम्र अभी 16 साल से कम है।
इसके अलावा हर थाने पर एक सब इंस्पेक्टर की तैनाती बाल कल्याण अधिकारी के रूप में होने के आदेश को लागू कराने का भी प्रस्ताव कमिश्नर श्री लाल रखेंगे। कमिश्नर का मानना है कि कच्चे मन के नाबालिग अपराधियों को मनोचिकित्सक तथा मनोवैज्ञानिक की देखरेख में रखे जाने पर उनमें सकारात्मक परिवर्तन आएगा। लेकिन इसके अभाव तथा शासकीय लेबिल पर स्थित केंद्रों में सक्षम स्टाफ की कमी से अपेक्षित बदलाव लाना कठिन हो रहा है। इन सारी संभावनाओं के मद्देनजर कमिश्नर ने व्यापक अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार की है जिस पर अनुकूल सहमति मिलते ही मण्डल में बाल अपराध नियंत्रण में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।