हाथरसः जन सामना संवाददाता। यूनाईटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियन्स के आहवान पर वेतन पुनरीक्षण एवं अन्य माॅगों को लेकर आज से बैंक कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर हैं और बैंकों में हड़ताल रहने से बैंक उपभोक्ता व व्यापारी भारी परेशान रहे तथा बैंक कर्मियों द्वारा आज बैंक आॅफ बड़ौदा पर प्रदर्शन व नारेबाजी की गई।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बैंक कर्मचारियों का 10 वां द्विपक्षीय समझौता अक्टूबर 2017 को समाप्त होना था। इस लिये सरकार ने बैंकों के प्रबन्धन तथा आई.बी.ए. को 12 जनवरी 2016 को निर्देश दिया कि वेतन वार्ता प्रारम्भ कर, नवम्बर 2017 से पूर्व अगला समझौता कर लिया जाये। संगठनों ने मई 2017 में सामूहिक रूप से अपना माॅग पत्र प्रस्तुत कर दिया। आई.बी.ए. ने टालम-टूल की नीति अपनाई और 15 वार में भी अपना वेतन वृद्धि का प्रस्ताव नहीं दिया। संगठन ने जब आन्दोलन का निर्णय लिया तब 6 माह के अन्तराल के बाद 5 मई को वार्ता हुयी। जिसमें आईबीए ने 31मार्च 2017 के कुल वेतन बिल पर, 2 प्रतिशत वृद्धि का प्रारम्भिक प्रस्ताव दिया। फोरम के पदाधिकारियों ने कहा कि 10वां द्विपक्षीय समझौते में 15 प्रतिशत वृद्धि हुयी थी, आपका यह प्रस्ताव वेहद निराशा जनक है। परन्तु आईबीए ने अपने प्रारम्भिक प्रस्ताव में सुधार करने में अपनी असमर्थता जता कर, खेद व्यक्त कर दिया। फोरम के पदाधिकारियों ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया तथा आन्दोलन पर जाने का निर्णय लिया।