सासनी, हाथरसः जन सामना संवाददाता। शिक्षक नगर में भव्य कलश शोभायात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। इस दौरान आचार्य ने प्रातः हवन यज्ञ किया करीब नौ बजे 101 कलशों को सिर पर रखकर महिलाएं और युवतियों ने प्रभात फेरी निकाली। दोपहर को आचार्य द्वारा गोकर्ण और धंधकारी का रोचक वर्णन किया गया। सुबह निकाली गई कलशयात्रा के दौरान भक्तों द्वारा गाए जा रहे कीर्तन से माहौल भक्तिमय हो गया। कलश शोभायात्रा के बाद आचार्य ने कथा में सुनाया कि गोकर्ण एक साधारण व्यक्तित्व और ईश्वरभक्त था। उसका भाई धुंधकारी एक आतंकी स्वभाव का, जब धंधकारी की मौत हो गई तो उसे मोक्ष नहीं मिला। इसके लिए देवताओं ने गोकर्ण को श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन कराने की सलाह दी। तब गोकर्ण ने श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जिसे धुंधकारी ने एक बांस में बैठकर सुना। और मोक्ष को प्राप्त हुआ। इस दौरान राजा परीक्षित, रानी एवं सैकडों श्रोता भक्त मौजूद थे।