टूंडला, जन सामना संवाददाता। तहसील क्षेत्र के गांव गढी निर्भय में चल रही भागवत कथा में भागवत कथा का महातम्य बताया गया। कथा वाचक ने भागवत के श्रवण मात्र से जन्म जन्मांतरण से मुक्ति पाने का मार्ग सुझाया।
केसी मैमोरियल इंटर काॅलेज में चल रही भागवत कथा के छटवें दिन आचार्य मनोज अवस्थी ने कहा कि भागवत कथा सभी पापों को नष्ट करने वाली है। केवल कथा में बैठने से ही कल्याण नहीं होगा बल्कि व्यक्ति को भागवत कथा का अनुश्रवण भी करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। राजा परीक्षत को जब पता लगा कि उनका अंत निश्चित है। तब उन्होंने ईश्वर को याद किया और अपने कल्याण के लिए प्रार्थना करने लगे। तब उन्होंने भागवत कथा का श्रवण किया और जन्म जन्मांतर के बंधन से मुक्त हो गए। उन्होंने कहा कि कुछ समय व्यक्ति को ईश्वर की आराधना के लिए अवश्य निकालना चाहिए। भक्ति के बिना व्यक्ति का कल्याण नहीं हो सकता। इस मौके पर संजीव यादव, सुशील यादव, अवनीश यादव, राहुल यादव आदि मौजूद रहे।