-मरीजों को ड्रिप लगाकर क्लीनिक छोड़कर डाक्टर फरार
-नर्सिंग होम की तहर चला रहा था क्लीनिक एसडीएम ने किया सील
सासनी, जन सामना संवाददाता। सासनी-नानऊ रोड पर एसडीएम ने झोलाछाप चिकित्सकों के यहां छापेमारी की। जिससे झोलाछाप डाक्टरों में खलबली मच गई। कई डाक्टर अपने क्लीनिक छोडकर भाग गये तो कुछ ने अपने क्लीनिक बंद कर दिए। एसडीएम ने एक क्लीनिक को उसके डाक्टर द्वारा दस्तावेज न दिखाए जाने पर सील कर दिया। एसडीएम अंजुम बी ने बताया कि उन्हें शहर में काफी दिनों से झोलाछाप डाक्टरों द्वारा बडे पैमाने पर दुकानें खोलकर नर्सिंग होम के रूप में प्रयोग किये जाने की शिकायतें मिल रही थी। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नानऊ रोड एक क्लीनिक पर छापेमारी की तो पता चला कि क्लीनिक पर कोई नाम नहीं है। एसडीएम जब तक क्लीनिक तक पहुंचती तब तक डाक्टर चकमा देकर फरार हो गया। एसडीएम ने क्लीनिक में जाकर देखा तो दो मरीजों पर ड्रिप चढ रही थी। जो खत्म हो चुकी थी। यह देखकर एसडीएम को पारा सातवें आसमान पर चढ गया और मरीज के हाथ से ड्रिप किसी प्रकार ड्रिप नली निकलवाई। एसडीएम ने मौजूद एक व्यक्ति से जो स्वयं को डाक्टर का भाई बता रहा था। डिग्री के कागजात मांगे तो उसने असमर्थता दिखाई इस पर एसडीएम और नाराज हो गई। तभी मौजूद कैमिस्ट से भी उसके कागजात मांगे तो उसने कागजात दिखाए। एसडीएम ने दवाओं को भी देखा जिसमें एक्सपायरी डेट की दवाओं को नष्ट कराया। चिकित्सक के यहां कई प्रकार की दवाएं कूडे की तरह पडी पाई। जिन्हें देखकर एसडीएम ने काफी नाराजगी जताई। वहीं कुछ लोग चिकित्सक की तरफदारी करने लगे तो एसडीएम ने उन्हें चिकित्सा पद्धति के बारे में बताकर चुप कर दिया। काफी देर तक चिकित्सक का पता नहीं चला तो एसडीएम ने दुकान सील करने की तैयारी शुरू कर दी। इसके बाद एसडीएम ने विजयगढ रोड स्थित कृष्णा क्लीनिक पर छापेमारी की। यहां भी चिकित्सक दुकान छोडकर भाग गया। इस दुकान में भी एसडीएम को नर्सिंग होम चलता पाया गया। एसडीएम ने इन चिकित्सकीय दुकानों को सील करने के लिए सीएचसी से भी टीम बुला ली। समाचार लिखे जाने तक झोलाछाप डाक्टरों की दुकानों को सील करने की तैयारी चल रही थी।