कानपुर नगर, जन सामना संवाददाता। रीढ़ की हड्डी के मरीजों का अब होगा नई विधी से उपचार कानपुर के रिहैबिलेशन और फिजियोथिरैपी प्रैक्टिशनर एसोसिएशन के पूर्व जोनल कोआर्डिनेटर डा० एस. पी. सिंह फिजियोथिरैपी की नई विधि जो कि एंक्यलोसिंग, स्पॉन्डिलाइटिस, स्कोलियोसिस, कैफोसिस, लॉर्डोसिस, या रीढ़ की हड्डी या किसी अंग के संरचनाओं को सीधा करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती और मरीजों को लम्बे समय तक फिजियोथिरैपी उपचार लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
डा0 सिंह ने बताया रीढ़ की हड्डी के मिस प्रलाइनमेंट अब ऑस्टियोपैथी मैन्युलेशन से अत्यन्त लाभदायक उपचार होगा। यह विधि संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बहुत प्रचलित के साथ अत्यन्त लाभदायक है।