टूंडलाः जन सामना संवाददाता। अखिल विश्व गायत्री परिवार महिला मंडल द्वारा चलाए जा रहे एक मासीय निश्शुल्क स्वावलंबन शिविर का बुधवार को समापन हो गया। इस दौरान शिविर में भाग लेने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
गांव चुल्हावली स्थित शिव मंदिर पर चल रहे स्वावलंबन शिविर के समापन कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलित करते हुए मुख्य अतिथि एसडीएम डाॅ. सुरेश कुमार ने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी होना चाहिए। महिलाएं अब किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से पीछे नहीं हैं। शांतिकुंज हरिद्वार से आए आंवलखेडा जोनल प्रभारी रामकेवल यादव ने कहा कि समय की मांग है कि प्रत्येक नारी स्वावलंबी बनकर अपने पैरों पर खडी हों और पुरूषों के कंधे से कंधा मिलकर काम करें। उन्होंने गायत्री साधना के लाभ गिनाते हुए कहा कि गायत्री साधना से जीवन महान बनता है। इससे आतंरिक क्षमताओं का विकास होता है। उन्होंने युवतियों को संकल्प दिलाया कि स्वावलंबन से जो कुछ सीखा है वह जन-जन तक पहुंचाने का काम करें। क्षमा चैधरी ने पाश्चात्य संस्कृति के दुष्प्रभाव को दूर कर देव संस्कृति स्थापित करने को प्रेरित किया। कार्यक्रम के समापन पर छात्राओं को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस मौके पर प्रीती पाठक, धर्मवीर सिंह, विनीता चैहान, उमेश पाठक, उत्तराा अरेले, गायत्री उपाध्याय, सुमन जादौन, सुधा, प्रभा, मीना बघेल, कल्पना, सुभाष चैधरी, गंगा प्रसाद शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, अनुराधा, संगीता शर्मा, बृजेश उपाध्याय, प्रेमचन्द्र, निखिल, सतीश, अनीता, मधु, बीना आदि मौजूद रहेे।