चूड़ी पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाए जाने से नाराज हैं चूड़ी उद्यमी
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। पहनूंगी जब मैं बनूंगी तेरी दुल्हन, ये हरे कांच की चूड़ियां। जी हां फिरोजाबाद को सुहागनगरी के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इस शहर में चूडियों का कारोबार बडे स्तर पर किया जाता है। फिरोजाबाद की चूडियां केवल आस-पास ही नहीं बल्कि देश विदेश में भी जाती हैं। चूडियों के नाम से मशहूर इस शहर को मोदी सरकार ने बड़ा झटका देने का काम किया है। चूडी उत्पादन पर सरकार ने पांच प्रतिशत टैक्स लगाने का निर्णय लिया है। इससे कांच उद्योग को बड़ा झटका लगा है। कांच इकाइयों ने इस टैक्स का विरोध करने का मन बना लिया है।
चूड़ी सुहागिनों का श्रंगार है। इस पर अभी तक किसी प्रकार का टैक्स नहीं था लेकिन अब सरकार ने इस पर पांच प्रतिशत का टैक्स लगाने की तैयारी कर ली है। वित्त मंत्री के निजी सचिव गुंजन कुमार वर्मा द्वारा 26 जुलाई 2018 को जारी किए गए शासनादेश में चूडी पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने की बात कही गई है। शासनादेश चूडी व्यापारियों के पास पहुंच गया है लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किस प्रकार की चूडियों पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा। इसकी जानकारी के लिए चूडी उद्यमी सरकार से बात करने का प्रयास कर रहे हैं। शहर में वैसे तो करीब ढाई सौ कारखाने संचालित हैं लेकिन करीब 150 कारखानों में चूडी बनाने का काम किया जाता है। यहां सभी प्रकार की चूडियां बनाकर बाहर भी भेजी जाती है। सुहागिनें यहां की चूडियां हाथों में पहनकर गर्व महसूस करती हैं। अभी तक चूडी टैक्स फ्री होने के कारण चूडियां काफी सस्ते दामों पर सुहागिनों को मिल जाया करती थी। लेकिन अब जीएसटी लगने के बाद चूडियां महंगी हो जाएंगी। बाहर जाने वाली चूडियों पर भी जीएसटी लग जाएगी। जिसकी वजह से वह महंगी हो जाएंगी। उद्योग विभाग द्वारा भी इस मामले में कोई ठोस जवाब नहीं दिया जा रहा है। चूडी उद्यमी भी अभी केवल यही बता पा रहे हैं कि शासनादेश आया है जिसमें चूडी पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाए जाने की बात कही जा रही है। शासनादेश में अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है किस प्रकार की चूड़ियों पर जीएसटी लगाया जा रहा है। चूड़ी उद्यमी मनोज मित्तल का कहना है कि टैक्स लगाने की बात सामने आई है लेकिन किन चूडियों पर टैक्स लगेगा यह अभी तक जानकारी नहीं हो सकी है। फिरोजाबाद में प्रतिदिन चूड़ी इकाइयों से लगभग तीन से चार टन माल तैयार कराया जाता है। अभी तक यह चूड़ियां टैक्स फ्री थी इसलिए अधिक माल की खपत होती थी लेकिन अब जीएसटी लागू हो जाने के बाद प्रतिदिन करीब चार से पांच लाख रूपए प्रतिदिन टैक्स चूड़ी उद्यमियों को जमा करना होगा। जिससे चूड़ियां और महंगी हो जाएंगी।