कानपुरः जन सामना ब्यूरो। दिल्ली से पधारी सुप्रसिद्व कवयित्री रजनी रामदेव के सम्मान में एक त्वरित गोष्ठी का आयोजन माध्यम साहित्यिक संस्था कानपुर मण्डल द्वारा संस्था की अध्यक्षा मधु श्रीवास्तव मधुलिका एवं संस्था के सचिव धीरेन्द्र कुमार के संयोजन में निज निवास पर किया गया। आयोजन का शुभारम्भ शीतल बाजपेयी की सरस्वती वंदना से हुआ। अध्यक्षता अंतरराष्टीय ख्याति प्राप्त डाॅ0 कमलेश द्विवेदी जी ने की। विशिष्ट अतिथि आर एस चंदेल व डाॅ. राजीव मिश्रा रहे। गोष्ठी का संचालन ज्योत्सना चक्रवर्ती ने किया। डाॅ0 कमलेश द्विवेदी ने गजल व्यंग्य एवं मुक्तक सुनाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया वहीं आर एस चंदेल ने ऊधव एवं कष्ण जी पर सुंदर रचना सुनाई। मधु श्रीवास्तव ने गीत एवं गजल सुनाई। शीतल वाजपेयी ने सावन का सुंदर गीत सुनाया। कमलेश शुक्ला ने गीत और गजल की खूबसूरत शमां बांधी। जयोत्सना चक्रवर्ती ने सुंदर गीत एवं गजल सुनाकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। विशेष मेहमान रजनी रामदेव ने कुण्डलिया एवं सुंदर गीत सुनाकर सभी का मन मोह लिया। नितिन श्रीवास्तव ने छोटे छोटे सारगर्भित शेर सुनाकर खूब तालियाँं बटोरी। आर सी गुप्ता ने अपनी कविता में व्यंग्य का पुट देते हुए रोजमर्रा में रूबरू होने वाली स्थितियों से अवगत कराया। डाॅ0 राजीव मिश्रा ने अपने श्रंगार गीतों से सभी को पुराने और कुछ नवयुवकों को इश्क के नजारों से अवगत कराया। गजलकार हमीद कानपुरी ने अपनी सुंदर गजलें सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। श्री हरिवाणी जी ने बहुत ही उत्कृष्ट रचना जो कि किन्नरों पर आधारित थी सुनाकर तालियाँं बटोरी। संतोषी दीक्षित ने सावन माह में शंकर जी को याद किया और बेटियों के बारे में कविता सुनाकर वाहवाही लूटी। अजीत सिंह राठौर ‘लुल्ल कानपुरी’ ने अपनी व्यंग्यात्मक कविता सुनाकर सभी को खूब हँसाया। माध्यम साहित्यिक संस्थान के सचिव अधिवक्ता धीरेन्द्र कुमार ने गोष्ठी में पधारे सभी साहित्यकारों का आभार प्रकट किया।