Monday, November 25, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » रेलवे क्रासिंग बंद जाम का झाम बना मुसीबतों का जंजाल

रेलवे क्रासिंग बंद जाम का झाम बना मुसीबतों का जंजाल

हाथरस, नीरज चक्रपाणि। हाथरस के दोनों हिस्सों को जोड़ने वाली प्रमुख रेलवे क्रासिंग रेलवे के मरम्मत कार्य के चलते पिछले 24 घण्टे से भी अधिक समय से बंद कर दी गई है। शहर की प्रमुख क्रासिंग बंद होने से हाथरस की जनता जाम के झाम के चलते त्राहि त्राहि कर उठी है। शहर के इस भाग से उस भाग में जाने में घंटो लगते है, वही स्थानीय दुकानदारों का धन्धा भी चौपट हो रहा है। छात्र समय पर पढ़ने नहीं पहुँच पा रहे है।

हाथरस शहर के बीचों बीच से पूर्वोत्तर रेलवे की ब्रॉड गेज की रेलवे लाइन गुजरती है जिस पर शहर में 4 रेलवे फाटक है जिसमे प्रमुख है अलीगढ़ -आगरा और बरेली-मथुरा राजमार्ग का तालाब चौराहा रेलवे क्रासिंग, अंदाजन इस क्रोसिंग से हर रोज 30 हजार छोटे बड़े वाहन गुजरते है। सेतु निगम के रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के चलते यह संख्या कुछ कम हो गई है। लेकिन पिछले 24 घंटे से भी अधिक समय से रेलवे प्रशासन ने मरम्मत कार्य के चलते पूर्ण रूप से बंद कर दिया है जिसके कारण वाहनों का पूरा भार बागला कॉलेज रोड की क्रोसिंग पर आ गया है, इस ट्रैक पर 24 घंटे में 37 ट्रेनें गुजरती है यानी लगभग हर 45 मिनट पर एक ट्रेन है, जब एक बार ट्रेन के लिए फाटक बंद हो जाता है तो दूसरी ट्रेन आने तक जाम खुल नही पाता है जिसके कारण पूरे दिन जाम लगा रहता है जिसमे फसे हुए बच्चे बूढ़े और जवान सब कराह उठते है, लेकिन मजबूरी यह है कि वापिस भी नही लौट सकते है, वही क्रोसिंग के उसपर जिला चिकित्सालय भी है, अगर किसी गंभीर या दुर्घटनाग्रस्त मरीज को लेकर एम्बुलेंस आये तो शायद इस जाम के चलते उसे समय पर इलाज भी मिलना मुश्किल हो जाये, अगर यही मरम्मत कार्य रेलवे शनिवार सुबह से करती तो सोमवार की सुबह तक खत्म हो जाता बीच मे रविवार होने के कारण शाहरवाशियों को शायद परेशानी कम होती और जाम के झाम से भी काफी हद तक मुक्ति मिल जाती। वही रेलवे क्रॉसिंग बंद होने से स्थानीय दुकानदारों के भी धंधे पर भी फर्क पड़ा है, जाम के कारण शहर के उसपार के लोगों ने इस रास्ते पर आना बंद कर दिया है,जब रेलवे के सीनियर सैक्शन इंजीनियर डी के केन से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया की आज शाम तक रेलवे यातायात सुचारू होने की पूरी संभावना है, अब देखना यह होगा की इनकी सम्भावना सच होती है, या कल फिर शाहरवासियों को जाम के झाम का सामना करना पड़ेगा।