घण्टों बाद पहुंची विधायिका, लगा रहा घण्टों जाम यातायात बाधित
शिवली कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। बिजली विभाग की लापरवाही के चलते प्राईवेट लाइनमैन की मौत शिवली कोतवाली क्षेत्र के बैरी सवाई कस्बे के रामपाल पुत्र गोवर्धन आला अधिकारियों के निर्देश पर बिजली के फाल्ट को सही करने के लिए गया था। फाल्ट को सही करने पर बिजली की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई परिजनों ने बताया कि अधिकारियों ने बिना शटडाउन दिए ही बिजली के पोल पर चढ़ा दिया जिससे बिजली की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई वहीं ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और मुआवजे की मांग करने लगे, 18 घंटे बीत जाने के बाद आलाअधिकारी चेते और जाम को खुलवाया वहीं पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद रहे उप जिलाधिकारी ने अधिकारियों से बात कर सहायता राशि उपलब्ध कराने की बात कही।
आपको बता दे कि शोभन उपकेन्द्र पर तैनात प्राइवेट लाईनमैंन कर्मी रामपाल पुत्र गोवर्धन को अधिकारियों के द्वारा फोन कर बिजली के फाल्ट को सही करने के आदेश दिया गया था। लेकिन आदेश तो दे दिया पर रामपाल के शटडाउन मांगने पर लाइन नहीं काटी। जिससे पोल पर लाइन सही कर रहे कर्मी की बिजली की चपेट में आ जाने से मौत हो गयी। जिससे ग्रामीणों में रोष पनप उठा और ग्रामीणों ने शव को शिवली कल्याणपुर मार्ग पर रख कर जाम लगा दिया। घटना शनिवार रात की थी फिर भी अधिकारी व नेता सोते रहे, परिजन बिलखते रहे।
मृतक रामपाल के पांच छोटे बच्चों में दो लड़कियां व तीन लड़के, पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है। जब किसी ने परिजनों का दुख न समझा तो ग्रामीणों ने परिजनों को साथ लेकर शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जाम लगते ही अधिकारी फौरन घटना स्थल पर पहुँचे। अधिकारी ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास करते रहे पर ग्रामीणों ने मुवाजे की मांग पर अड़े रहे। उपजिलाधिकारी व क्षेत्राअधिकारी के समझाने की लाख कोशिशों पर ग्रामीणों का गुस्सा कम तो हुआ परन्तु जाम न खुल सका। ग्रामीणों ने राहत राशि मौके पर दिए जाने की मांग की इसके चलते मार्ग काफी समय तक बाधित रहा। वहीं राहगीरों को काफी समस्या से गुजरना पड़ा। वहीं बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी घटना स्थल पर जाने से कतराते रहे। उपजिलाधिकारी मैंथा रामशिरोमणी व क्षेत्राधिकारी रसूलाबाद के सख्त रवैया अपनाने सेे आलाअधिकारी में हड़कंप मच गया फौरन विधुत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया और पांच लाख रुपये की चेक व बीस हजार नगद दिए गए।
पहले भी बिजली विभाग की लापरवाही से हो चुके है हादशे
शिवली कोतवाली क्षेत्र में एक नहीं चार चार घटनाये होने के बाद भी सतर्क नहीं हुआ विधुत विभाग। आप को बता दे कि शिवली उपकेन्द्र में तैनात कर्मी अंकित की इसी तरह हुई थी मौत। उसके बाद शव उपकेन्द्र में रखकर की गई थी मुवाजे कि मांग। दूसरी घटना तकरीबन 7 दिनों बाद ही फिर वहीं जिसमे लाइन मैन नारायण की भी मौत हो गयी थी जिसकी शादी की महज 2 महीने भी न हुए थे आखिर विधुत विभाग ही अपने ही कर्मचारियों की सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं करती। क्यों कि उनकी जान पर खेल रहा विभाग। आखिर इनकी मौत का जिम्मेदार कौन। यह एक सवाल बन कर रह गया है।
नेताओं की वजह से नहीं होती जल्द कार्यवाही
शिवली – जी हाँ आपको बता दे कि नेताओं की वजह से अधिकारी नहीं कर पाते कोई कार्यवाही। आप को बता दे कि बिजली की चपेट में आने से लाईन मैन की मौत का मामला। 18 घण्टे बीत जाने के बाद पहुँची विधायका प्रतिभा शुक्ला व पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी। आखिर इतनी देर में क्यो आई विधायिका ये चर्चा का माहौल बना रहा। वहीं चर्चाओं के बीच गर्म रहा माहौल की देर में क्यो आई, जिसके चलते ग्रामीणों को जाम से जूझना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक पता चला कि विधायिका सिर्फ औपचारिकता करने आती है। घटना कल रात की थी फिर भी दूसरे दिन 12 बजे पहुंची।
जाम की वजह से परेशान रहे यात्री
शिवली – बिजली कर्मी की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने बैरी तिराहा सहित कस्बे के सभी रास्ते बन्द कर दिए। जिससे ग्रामीणों व यात्रियों को परेशानी से गुजरना पड़ा। वही बाहरी यात्री खास तौर पर परेशान नजर आए। ग्रामीणों ने किसी को भी राहगीर को निकलने नहीं दिया। ट्रकों व बबूल के पेड़ से जाम लगा दिया। वही पुलिस प्रशासन ने बड़ी मशक्कत से मामला शांत कराया।