पिता बोला- बेटा बताकर नर्सों ने खाई मिठाई, लिया नेग
इटावा, राहुल तिवारी। इटावा यहां की एक प्रसूता ने सरकारी अस्पताल में नवजात को जन्म दिया। अस्पताल स्टाफ ने दंपती को बेटा होने की जानकारी दी। बदले में मिठाई खाई और रुपए भी लिए। लेकिन कुछ देर बाद पिता जब कपड़े लेकर अस्पताल लौटा तो उसकी गोद में बेटी डाल दी गई। यह देख दंपती हंगामा करने लगे और स्टाफ पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया। परिजनों ने डीएनए टेस्ट की मांग की है। सीएमओ डॉ० अनिल कुमार अग्रवाल ने जांच के लिए कमेटी गठित की है विजय नगर निवासी राजीव ने बताया कि प्रसव पीड़ा पर पत्नी अन्नू देवी को शनिवार रात जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था। पत्नी के साथ पड़ोसी कृष्णा देवी मौजूद थीं। रात में करीब तीन बजे बताया गया कि बेटा हुआ है। इस खुशी में स्टाफ ने राजीव से दो हजार रुपए भी लिए। लेकिन सुबह होते ही अस्पताल में मौजूद नर्सों ने अन्नू देवी को लड़के की जगह लड़की थमा दिया। लड़की देखते ही अन्नू देवी समेत उनके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
दस्तावेजों को सुधारा गया
प्रसव के बाद अस्पताल के दस्तावेजों में नवजात का लिंग लड़का लिखा है। लेकिन हंगामा शुरू होने पर दस्तावेजों को सुधारा गया है। अब कागजों में लड़की दर्शाई गई है। दंपती ने इसे भी सबूत के तौर पर आधार पर बनाया है।
डीएनए जांच के लिए लिखा गया पत्र
सीएमओ-डॉ० अनिल कुमार अग्रवाल ने बताया कि बच्चा बदलने का आरोप निराधार है। परिजनों को डीएनए टेस्ट कराने की सलाह दी गई है। लखनऊ से एक टीम यहां आएगी और प्रसूता के पति की डीएनए जांच करेगी।