स्कूल निर्माण का कार्य पूरा हुआ नहीं और शिक्षकों की कर दी तैनाती
विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से आहारित हो रहा वेतन
टूंडला/फिरोजाबाद, जन सामना ब्यूरो। विगत ढाई वर्ष से मैडम बच्चों को नहीं बल्कि दीवारों को पढ़ा रही हैं। राजकीय बालिका हाईस्कूल का भवन अभी तक बनकर तैयार भी नहीं हुआ और उच्चाधिकारियों द्वारा वहां प्रधाानाध्यापिका समेत एक अन्य सहायक अध्यापिका की नियुक्ति कर दी। सोचने की बात तो यह है कि दोनों का हर माह वेतन आहारित हो रहा है।
थाना नगला सिंघी क्षेत्र के गांव ठार बल्दी में ढाई वर्ष पहले राजकीय बालिका हाईस्कूल का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। निर्माण कार्य प्रारंभ होने के बाद दीवारें खड़ी कर दी गईं। ढाई साल बाद भी स्कूल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। डेढ़ वर्ष पहले विभागीय अधिकारियों द्वारा जसराना से स्थानांतरित होकर आईं नीरज पालीवाल को प्रधानाध्यापिका के रूप में तैनाती भी दे दी। विद्यालय तैयार न होने के कारण मैडम भी नहीं आतीं। अगस्त 2018 में गृह विज्ञान की शिक्षिका गीता माथुर की तैनाती भी इसी स्कूल में कर दी गई। शिक्षिकाओं की तैनाती करने के बाद भी शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया जा सका। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल नहीं है तो बच्चे कहां से होंगे। करीब डेढ़ साल से स्कूल का निर्माण कार्य बंद पड़ा है। इसे अभी तक शुरू नहीं कराया जा सका है। विद्यालय बनकर तैयार हो जाए तो क्षेत्र की बालिकाओं को काफी राहत मिलेगी। कागजों में स्कूल संचालित हो रहा है लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं है। ढाई साल बाद भी स्कूल निर्माण का कार्य अधूरा है।
ये कहती हैं शिक्षिका-
विद्यालय निर्माण का कार्य अधूरा पड़ा है। हमारी पोस्टिंग राजकीय बालिका हाईस्कूल में प्रधानाध्यापिका के पद पर डेढ़ वर्ष पूर्व हुई थी। हम उच्च प्राथमिक विद्यालय में बैठकर शिक्षण कार्य करा रहे हैं।