बिल्हौर/कानपुर, जन सामना संवाददाता। बिल्हौर तहसील क्षेत्र के सभी प्रमुख कस्बों, गांवों में राहगीरों और गरीब जनों को कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए एसडीएम बिल्हौर ने 26 दिसंबर को सभी विकासखंड अधिकारियों को ब्लॉक कार्यालय में विशेष रूप से रैन बसेरा बनाने के आदेश जारी किए थे। आदेश के करीब 2 सप्ताह गुजर जाने के बाद भी विकासखंड अधिकारियों ने रैन बसेरा बनाने में रुचि नहीं दिखाई।
एसडीएम बिल्हौर हिमांशु गुप्ता लगातार गरीबों को कंबल और राशन आदि वितरित कर सर्दी से बचाने का दम भर रहे हैं। जबकि एसडीएम द्वारा विकास खंड कार्यालय में रैन बसेरा बनाने के आदेश हवा-हवाई ही साबित हुए हैं। बिल्हौर वीडीओे दिनकर विद्यार्थी ने बताया कि ब्लाक परिसर में रैन बसेरा तो नहीं स्थापित किया गया है, लेकिन जो भी असहाय और गरीब व्यक्ति ब्लॉक में रुकने के उद्देश्य से आता है उसके सोने, खाने और अलाव की व्यवस्था उनके द्वारा की जाती है। चौबेपुर विकास खंड अधिकारी अमित परिहार ने बताया कि ब्लॉक कार्यालय में एसडीएम बिल्हौर द्वारा रैन बसेरा बनाने का कोई आदेश ही नहीं मिला है। शिवराजपुर वीडीओे और ककवन ब्लॉक के प्रभारी वीडीओ आलोक पांडे ने भी एसडीएम के आदेश की कोई जानकारी ना होने की बात कहकर रैन बसेरा स्थापना से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया।
सभी खंड विकास अधिकारियों को 26 दिसंबर को रैन बसेरे के लिए जारी किए गए थे निर्देश
तहसील क्षेत्र के चारों विकास खंडों में राहगीरों और गरीब जनों का सर्दी से बचाव हो सके इसके लिए ब्लॉक कार्यालयों के एक कमरे में रैन बसेरा बनाने के आदेश जनहित में जारी किए गए थे। उपजिलाधिकारी बिल्हौर ने बताया यदि आदेशों का पालन नहीं हुआ और रैन बसेरा नहीं बनाए गए हैं तो सभी खंड विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भेज जवाब तलब किया जायेगा।