रायबरेली, सलमान चिश्ती। योगी मोदी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में चाहे जितना सुधार के आदेश जारी कर दे लेकिन रायबरेली जनपद की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। अस्पतालों में मरीजों के समय से पहुंचने के बाद अस्पताल से डॉक्टर लगातार नदारद देखे जा सकते हैं। लेकिन उच्चाधिकारियों के लाख प्रयासो के बाद भी स्वास्थ्य केंद के डॉक्टरों पर कोई असर नहीं दिखाई देता है। जिसका सीधा उदाहरण हरचन्दपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला जहां 10ः30 बजे तक मरीज डॉक्टर का इंतजार करते रहे लेकिन अस्पताल में मरीज को देखने वाला कोई नहीं पहुंचा यही नहीं इससे पूर्व में भी खबरों की सुर्खियों में रहने वाले इस स्वास्थ्य केंद्र पर कोई असर नहीं पड़ता है। आपको बता दें कि जनपद की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है जनपद के ज्यादातर स्वास्थ्य केंद्रों में डॉ के गायब होने की सूचनाएं लगातार मिलती रहती लेकिन उच्चाधिकारियों की कार्यवाही में दिलाही और मिलीभगत के खेल से बेखौफ डॉ स्वास्थ्य केंद्रों से गायब मिलते हैं। यही नहीं ज्यादातर सरकारी डॉक्टर अपने प्राइवेट क्लीनिक ओ में मरीजों को देखकर मोटी रकम वसूल कर रहे हैं लेकिन अभी तक उच्चाधिकारियों ने इन डॉक्टरों पर शिकंजा कसना उचित नहीं समझा जनपद में फर्जी नर्सिंग होमो की भरमार है लेकिन वसूली के चलते इन फर्जी नर्सिंग होमो के ऊपर आज तक शिकंजा नहीं कसा गया। अब सबसे बड़ा सवाल की आखिर स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर सरकार की व्यवस्थाओं पर क्यो बट्टा लगा रहे यह तो पता नही लेकिन इन व्यवस्थाओ को देख कर जनता सरकार को जरूर कोसती नजर आती है इन अव्यवस्थाओ पर उच्चधिकारी सिर्फ कार्यवाही का आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लेते है। अब ऐसे में स्वास्थ्य केंद्रों से मरीजो को हताश होकर घर लौटना पड़ता है।