प्रयागराज/नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। लगभग दो महीने तक आयोजित प्रयागराज कुंभ का महाशिवरात्रि पर छठे स्नान पर्व के साथ सफलतापूर्वक समापन हो गया है। मकर सक्रांति, पौष पूर्णिमा, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि सहित अनेक स्नान पर्वों पर 24 करोड़ से अधिक लोगों ने प्रयागराज कुंभ में स्नान किये। प्रयागराज कुंभ के इतिहास में पहली बार, मेले की पूरी अवधि में अभूतपूर्व संख्या में श्रद्धालु आये।
धार्मिक श्रद्धा और उल्लास के साथ कल महाशिवरात्रि पर प्रयागराज कुंभ का छठा और अंतिम स्नान पर्व सम्पन्न हुआ। गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर बारिश और ठंडक को झेलते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अनुसार इस अवसर पर एक करोड़ 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं में पवित्र डुबकी लगाई। मेला प्रशासन ने तीर्थ यात्रियों के लिए संगम और अन्य मेला क्षेत्रों में 8 किलोमीटर की लंबाई में 8 घाट बनाये किये थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 27 विशेष रेलगाडि़यां और हजारों बसें चलाई गई थीं। मेला क्षेत्र में और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा का चाक-चौबंद प्रबंध था। इस अवसर पर केन्द्रीय और राज्य के मंत्रियों सहित अनेक गणमान्य लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई।
यह मेला 3200 हैक्टेयर भूमि में फैला था और 20 क्षेत्रों में विभाजित था। विभिन्न क्षेत्रों को आपस में जोड़ने के लिए गंगा नदी पर 20 पीपा पुल बनाये गये थे। पहली बार स्वच्छता एवं सफाई, यातायात एवं भीड़ प्रबंधन तथा पेंट योर सिटी सहित तीन क्षेत्रों में प्रयागराज कुंभ का नाम ग्रिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सफलतापूर्वक दर्ज किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक के प्रतिनिधियों ने मेले का दौरा किया और तीन दिनों तक मेला प्रशासन का पर्यवेक्षण किया। इसके बारे में उन्होंने मेला प्राधिकरण को तीन प्रमाण-पत्र सौंपे। पहली बार राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, देश के केन्द्रीय मंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री तथा अनेक राज्य सरकारों के मंत्री मेले में आने के साथ-साथ संगम में पवित्र डुबकी लगाई। इसी प्रकार 72 देशों के प्रतिनिधियों ने कुंभ मेले में अपने राष्ट्रीय झंडे लगाये और अनेक देशों के 3500 प्रतिनिधि मेले में आये। हजारों की संख्या में और प्रवासी भारतीय भी कुंभ मेले में आये और पवित्र डुबकी लगाई। मॉरिसस के प्रधानमंत्री अपनी पत्नी के साथ कुंभ मेले में आये और पवित्र डुबकी लगाई। उन्होंने ऋषि-मुनियों से मुलाकात भी की।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव श्री अमित खरे भी प्रयागराज कुंभ में आये और पवित्र डुबकी लगाई। उन्होंने आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के शिविरों का भी दौरा किया। साथ ही, उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और सरकार वल्लभभाई पटेल की जीवनी पर स्थापित बीओसी की हाईटेक प्रदर्शनी भी देखी।