चन्दौली, जन सामना ब्यूरो। भगत सिंह के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में 24 मार्च को सैदूपुर स्थित किसान इंटर कालेज में भगत सिंह विचार मंच द्वारा राष्ट्रवाद पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें एनपीएल एफ, मजदूर किसान मंच,किसान विकास मंच सहित अन्य संगठनों के लोगों ने भाग लिया। गोष्ठी में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि देश एक अजीब अराजकता और उन्मादी आतंक के दौर से गुजर रहा है।शिक्षा और रोजगार के सिमटते अवसर की पीड़ा छात्र और युवा लगातार झेल रहे है। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों, विदेशी पूंजी निवेशको,भारतीय क्रोनी पूंजीपतियों के गठजोड़ अपने फंड और मीडिया के बूते राजनीतिक दलों को चुनावी दंगल में शरीक कर मुर्गो की तरह लड़ा रही है। वक्ताओ ने कहाकि ब्रिटिश एकाधिकारी वित्तीय पूंजी के साम्राज्य के दौर में भगत सिंह ने ब्रिटिश पूंजी भारत की बड़ी पूंजी और भारत के राजनीतिक दलों के गठजोड़ को बनते देख लिया था और उनका पुरजोर विरोध किया था। ‘साम्राज्यवाद का नाश हो,’इंकलाब जिन्दाबाद’और ‘समाजवाद जिन्दाबाद’के नारे पर उन्होंने अपनी सारी शक्ति झोक दी थी। वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह कहते थे कि भारत की बड़ी पूंजी रोज-रोज साम्राज्यवादी पूंजी के साथ सांठ गांठ कर रही है और इसके नुमाइंदे जनता के साथ विश्वासघात कर डोमिनियन स्टेट के रुप में सत्ता में साझीदारी चाहते है और वे किसी न किसी दिन सत्ता सम्भाल लेंगे। गोष्ठी के दौरान उपस्थित लोगों ने सरदार भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान श्याम बिहारी सिंह, शशिकान्त सिंह, परमानन्द यादव, भानू प्रताप, गीता शुक्ला, शम्भू यादव, राम आसरे,अखिलेश दूबे आदि लोग मौजूद रहे।गोष्ठी की अध्यक्षता लालजी सिंह तथा संचालन मिश्री लाल पासवान ने किया।