कानपुर, डॉ.दीपकुमार शुक्ल। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय प्लेसमेंट एवं काउंसलिंग सेल तथा राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई के संयुक्त तत्वावधान में करियर एंड पर्सनल काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन यूआईईटी लेक्चर हॉल कंपलेक्स में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलसचिव डॉ.विनोद कुमार सिंह, काउंसलिंग प्रभारी डॉ.सुधांशु राय, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अंशु यादव, निदेशक डॉक्टर आर एन कटियार एवं डॉक्टर वारसी सिंह ने किया। इस अवसर पर सर्वप्रथम डॉक्टर रिचा वर्मा ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। उसके पश्चात डॉक्टर वारसी सिंह ने हॉस्टल प्रतिनिधि के रूप में सभी छात्र-छात्राओं को काउंसलिंग महत्व बताते हुए कहा कि हॉस्टल में निश्चित अंतराल पर काउंसलिंग होती रहती है। आज लोगों को काउंसलिंग की सबसे ज्यादा जरूरत है। काउंसलिंग सेल प्रभारी डॉ.सुधांशु राय ने कहा कि काउंसलिंग सिर्फ समस्या आने के उपरांत ही नहीं होती है बल्कि समस्याओं को ना आने दिया जाए इस हेतु भी काउंसलिंग की जाती है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में काउंसलिंग होती रहती है और अब विश्वविद्यालय ने प्रत्येक महाविद्यालय में भी काउंसलिंग के कार्यक्रम आयोजित कराना शुरु कर दिया है। अंशु यादव ने डीएसडब्ल्यू के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया और छात्रों को आश्वासन दिया कि यदि किसी भी प्रकार की समस्या हो तो वह तत्काल संपर्क कर सकते हैं। निदेशक डॉक्टर आर एन कटियार ने कहा कि सभी छात्र-छात्राओं को ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे वे संतुष्टि महसूस कर सकें। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने आते ही सर्वप्रथम छात्र छात्राओं को होली की शुभकामनाएं दीं और कहा कि आप सभी लोगों को हमेशा खुशहाल रहना चाहिए। काउंसलिंग आज समय की जरूरत है और हम सभी छात्र-छात्राओं को सिर्फ नौकरी के प्रति ही चिंता नहीं रहती है बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी काफी सुझाव की जरूरत रहती है। जिसको कि एक काउंसलर पूरा कर सकता है। विशेष वक्ताओं के रूप में काउंसलर श्रीमती मोहिता आर्य ने बच्चों को उनके कैरियर से संबंधित जानकारी दी और कहा कि करियर बनाते समय एक ऐसा मुकाम आता है जब आपको समझ में नहीं आता है कि आप किस ओर जाएं तो उस समय काउंसलर आपके लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। जेके कैंसर इंस्टीट्यूट की काउंसलर श्रीमती सीमा जैन ने पर्सनल काउंसलिंग के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि कभी-कभी ऐसी अवस्था होती है जब लड़के लड़कियां खुलकर बात नहीं कर पाते हैं तो वे उस समय काउंसलर से अपने मन की बात कह कर अपनी परेशानियों को कम कर सकते हैं। उन्होंने ग्रुप काउंसलिंग और व्यक्तिगत काउंसलिंग दोनों के अलग अलग महत्व बताएं। करियर काउंसलर श्री पवन अमर ने इंटरव्यू टेक्निक्स के बारे में विस्तार से बताया और यह भी कहा कि मैं भी इसी विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूं तथा अलग अलग कॉरपोरेट में काउंसलिंग कर चुका हूं । मुझे यह बहुत अच्छा लग रहा है कि आज अपने ही विश्वविद्यालय में आने का मुझे दोबारा मौका मिला। विश्वविद्यालय काउंसलिंग सेल प्रभारी डॉ.सुधांशु राय ने सभी छात्र-छात्राओं को आश्वासन दिया कि जब कभी भी आपको काउंसलिंग की जरूरत महसूस हो तब आप लोगों के लिए पर्सनल और कैरियर काउंसलिंग के कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे और व्यक्तिगत रूप से भी अगर काउंसलिंग करानी है तो काउंसलिंग सेल के काउंसलर से आप व्यक्तिगत रूप से मिल सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अर्पणा कटियार ने किया। इस अवसर पर डॉ.चारू खान, डॉ.विनय सचान, आलोक कुमार, डॉक्टर अभिषेक वर्मा तथा शेष नारायण आदि उपस्थित रहे।