हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में आज प्राथमिक विद्यालय ग्राम हाजीपुर, तहसील सदर में एक विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती शिव कुमारी की अध्यक्षता में किया गया।
शिविर में सचिव ने ग्रामीण जनता/छात्रों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति जानकारी एंव धन के अभाव में न्याय पाने से वंचित न रह जाये। प्राधिकरण द्वारा विधिक सहायता प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये बताया कि महिलाये एंव बच्चे अनैतिक अत्याचार के शिकार लोग या ऐसे लोग जिनसे बेगार कराई जाती है। परिचर्या गृह में रखे गये व्यक्ति तथा ऐसे सभी व्यक्ति जिनकी वार्षिक आय 1,00,000/रूपये से कम है, वे सभी व्यक्ति निशुल्क विधिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
जिला प्राधिकरण के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि गाॅव-गाॅव में विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन कर ग्रामीण जनता को कानून की जानकारी देना, लोक अदालतों का आयोजन कराना, पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराना, आदि जिला प्राधिकरण के उद्देश्य है।
उन्होंने लोक अदालत के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये कहा कि अपने छोटे-छोटे विवादों को आपसी सुलह समझौते के आधार पर लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण कराना चाहिए। साक्षरता शिविरों के माध्यम से जनता को प्राधिकरण के उद्देश्यों की जानकारी देना, लोक अदालतों का आयोजन कराना, गरीब एवं पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराना। सचिव द्वारा छात्राओं से आग्रह किया कि इस शिविर में प्राप्त जानकारियों को दूसरे व्यक्तियों को भी दे, जिस प्रकार एक दीप से दूसरा दीप जलाता है, उसी प्रकार कानून की जानकारी दूसरे व्यक्तियों तक भी पहुॅचे।