Monday, November 25, 2024
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पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय बसपा से निलम्बित

मुख्य सचेतक पद से भी हटाये: निलंबन से नाराज पार्टी नेताओं, समर्थकों का बसपा से धड़ाधड़ इस्तीफे- रामवीर करेंगे प्रेस वार्ता
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण बसपा के पूर्व केविनेट ऊर्जा मंत्री व कद्दावर नेता एवं वर्तमान में सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें विधानसभा में बसपा के मुख्य सचेतक पद से भी हटा दिया गया है। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय पर बसपा नेतृत्व द्वारा की गई कार्यवाही से राजनीतिक हलकों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं और गर्मी के मौसम में राजनीतिक पारा अब और ज्यादा हाई हो गया है। जबकि इस्तीफों की ताबड़तोड़ बरसात शुरू हो गई है।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने उक्त कार्यवाही का जारी किये गये पत्र में कहा गया है कि लोकसभा के आम चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियां की गईं किन्तु सचेत करने के उपरान्त भी उक्त गतिविधियां बन्द नहीं की गई। पत्र में पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय पर लोकसभा चुनाव में आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ समेत अन्य सीटों पर पार्टी द्वारा खड़े किये गये प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया तथा विरोधी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करने का आरोप है।
पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय को लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और अनुशासनहीनता की वजह से निलंबित किया गया है। रामवीर को बसपा ने विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के मुख्य सचेतक पद से भी हटा दिया है। उनसे कहा गया है कि वे अब पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे और न ही उन्हें इसके लिए आमंत्रित किया जायेगा।
लोकसभा चुनावों के दौरान पूर्व ऊर्जामंत्री व बसपा विधायक रामवीर उपाध्याय की एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें वह आगरा के भाजपा प्रत्याशी व मंत्री एसपी सिंह बघेल के गले मिल कर उन्हें जीत की अग्रिम बधाई दे रहे थे। हालांकि, तब रामवीर उपाध्याय ने इस पर सफाई देते हुए कहा था कि एसपी सिंह बघेल उन्हें रास्ते में मिल गए थे और उन्होंने उनकी कुशलक्षेम पूछकर बधाई दे दी।
अब यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। रामवीर उपाध्याय के छोटे भाई मुकुल उपाध्याय पिछले साल बीजेपी में शामिल हुए थे। उस दौरान उन्होंने भाई रामवीर पर बसपा से निकालने का आरोप लगाया था।
पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय को निलंबित किये जाने पर उनके तमाम समर्थकों को जहां झटका लगा है वहीं उनमें आक्रोश भी है और गाजियाबाद के पूर्व जेल बिजीटर चैधरी सुन्दर भाटी, आगरा उत्तर से पूर्व बसपा विधानसभा प्रत्याशी ज्ञानेन्द्र गौतम, आगरा के जिला पंचायत सदस्यों सुनीता कसाना, अरूणा शर्मा, रेखा तिवारी, सुभाष शर्मा तथा पिनाहट करकोता के पूर्व प्रधान अनिल शर्मा, वाराणसी के पूर्व बसपा कोषाध्यक्ष धीरज तिवारी ने अपने साथियों पूर्व जिला प्रभारी अशोक शर्मा, शैलेश सिंह, रमाकान्त तिवारी, अतुल रस्तोगी, आनन्द सिंह, निरंकार मिश्रा, छोटू पांडेय, ग्रामीण आगरा के पूर्व सेक्टर अध्यक्ष प्रदीप लवानियां, रामनरेश शर्मा, फतेहाबाद विधानसभा प्रभारी राजीव तैनगुरिया, बाह विधानसभा के प्रभारी अरविन्द पांडेय, मानवेन्द्र कुमार एड., लक्ष्मीकान्त शर्मा के अलावा बाह विधानसभा व फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों पदाधिकारियों ने अपने तमाम साथियों व समर्थकों के साथ बसपा से इस्तीफा दे दिया है।
पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय पर बसपा द्वारा की गई निलम्बन की कार्यवाही से उनके गृह जनपद हाथरस में भी उनके तमाम समर्थकों व शुभचिन्तकों में झटका लगने के साथ आक्रोश है और यहां पर भी उनके समर्थक व शुभचिन्तक पार्टी संगठन से किनारा कर सकते हैं। निलम्बन की कार्यवाही के बाद से अभी पूर्व ऊर्जा मंत्री अपने आगरा स्थित आवास पर हैं और 22 मई को 4 बजे वह हाथरस आकर मीडिया से मुखतिब होंगे और अपनी आगामी रणनीति का ऐलान कर सकते हैं।