उपराष्ट्रपति द्वारा वित्त मंत्री को कृषकों के हितों के संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाने की सलाह
‘आंध्र के लिए विशेष सहायता, विशेष व्यवस्था तथा विशेष प्रयासों को जारी रखें’, उपराष्ट्रपति की वित्त मंत्री को सलाह
आयुष मंत्रालय के राज्यमंत्री के साथ बातचीत में उपराष्ट्रपति ने योग को जन आंदोलन बनाने के सरकार के प्रयासों की सराहना की
उपराष्ट्रपति ने आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में प्रस्तावित इस्पात संयंत्र के विषय में जानकारी प्राप्त की
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु से, उनके निवास पर भेंट की। बातचीत के दौरान, उपराष्ट्रपति ने आगामी बजट के विषय में वित्त मंत्री को कुछ सुझाव दिये। उन्होंने कृषि क्षेत्र के संरक्षण और संवर्धन पर विशेष बल दते हुए, इस क्षेत्र में संरचनात्मक परिवर्तन लाने की आवश्यकता जताई।
उपराष्ट्रपति ने वित्त मंत्री को सलाह दी कि वे आयात-निर्यात नीति की समीक्षा करें तथा कृषक वर्ग के हितों का समाधान करें। उपराष्ट्रपति ने वित्त मंत्री से अपेक्षा की कि आंध्र प्रदेश के लिए विशेष सहायता, विशेष व्यवस्था तथा विशेष प्रयास जारी रखे जायेंगे। पूर्व वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने पूर्व में राज्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज की घोषणा की थी। सरकार द्वारा दिये गये आश्वासनों के अनुसार राज्य में राष्ट्रीय संस्थानों को स्थापित किये जाने तथा आंध्र प्रदेश में नयी परियोजनाओं की अनुमति दिये जाने की सराहना करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य को सहायता की आवश्यकता है।
आयुष मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद यशो नायक ने भी उपराष्ट्रपति से उनके निवास पर भेंट की। देश विदेश में बड़ी संख्या में लोगों द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजनों में हिस्सा लेने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति ने आयुष मंत्री को सलाह दी कि योग को जनआंदोलन बनाने की दिशा में प्रयास जारी रखे जाने चाहिए।
इस संदर्भ में उपराष्ट्रपति ने आयुष मंत्री को उस आश्वासन का भी स्मरण दिलाया जिसके तहत आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कोंडापावुलुरु में केन्द्रीय योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा शोध संस्थान तथा 100 बिस्तरों वाले अस्पताल की स्थापना की जानी है। उपराष्ट्रपति ने राज्य मंत्री को बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार के आयुष विभाग द्वारा इसके लिए मुफ्त में 25 एकड़ भूमि आबंटित भी कर दी गई है जिसका पंजीकरण भी 2018 में ही केन्द्रीय योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद के तहत हो चुका है।
उपराष्ट्रपति ने आयुष मंत्री को याद दिलाया कि पूर्व में जब आंध्र प्रदेश के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री श्री कमिनेनी श्रीनिवास द्वारा इस विषय पर अनुरोध किया गया था उन्होंने तभी इस परियोजना का शीघ्रातिशीघ्र शिलान्यास संपन्न करने की सलाह दी थी। जिसके विषय में बाद में केन्द्रीय मंत्री द्वारा भी घोषणा की गई थी।
आज इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी उपराष्ट्रपति से उनके निवास पर भेंट की। श्री नायडु ने उनसे आंध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में प्रस्तावित इस्पात संयंत्र के विषय पर चर्चा की। राज्य मंत्री ने उपराष्ट्रपति को आश्वासन दिया कि वे इस विषय पर केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे।