हाथरस, नीरज चक्रपाणि। भारतीय जनता पार्टी शहर अध्यक्ष शरद माहेश्वरी ने बताया कि मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने से भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में बहुत मजबूत हो चुकी है और अब कांग्रेस का अंतिम समय चल रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनावों में ही कह दिया था कि हमको कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है और यह बात धीरे-धीरे सत्य साबित हो रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की माताजी राजमाता विजयराजे सिंधिया भाजपा की पूर्व उपाध्यक्ष भी रही है। मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल लाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लगभग 4 वर्ष संयुक्त राष्ट्र के लिए काम किया। सिंधिया के पैर मध्य प्रदेश की राजनीति में इस तरीके से फैले हुए हैं कि उनकी मध्य प्रदेश के चुनावों में एक अति महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। सिंधिया लगभग 40 से 50 सीटों पर प्रभाव डालने वाले व्यक्ति हैं। जिनकी छवि बेदाग और बहुत ही अच्छी है।
भाजपा के उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी वाष्र्णेय ने कहा कि सिंधिया परिवार की घर वापसी है, सिंधिया परिवार शुरू से ही भाजपा का था और जब सन 1980 में भाजपा की स्थापना हुई थी तब विजयराजे सिंधिया को भाजपा का उपाध्यक्ष बनाए गया था। 1966 में राजमाता ने कांग्रेस को छोड़ दिया था। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के बार-बार आग्रह करने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ने के पीछे कई वजह बताई। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा सही बात को ठुकराया और कांग्रेस पार्टी ने कभी भी नेतृत्व को मान्यता नहीं दी। केवल परिवारवाद को बढ़ावा दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी बताया कि मेरी बहुत बड़ी अनदेखी हुई भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने यह बताया ज्योतिरादित्य अपने परिवार में शामिल हो रहे हैं मैं उनका स्वागत करता हूं। इस चर्चा में उपाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, अशोक गोला, रजत अग्रवाल, धीरज जैन, रमेश राजपूत, नगर मंत्री मोहित शर्मा, अर्जुन बाल्मीकि, हरीश सेंगर, सुचेता जॉन, सुनील वर्मा एड. आदि उपस्थित थे।