⇒अपनी कलाकृतियों से कर रहे हैं जागरूक
कानपुर देहात। कोराना वायरस कितना खतरनाक है इसको लेकर जिले के लोग भले ही गंभीर न हों, लेकिन स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चे लापरवाही बरतने पर दुष्परिणामों को भांप चुके हैं। इस कारण कोरोना के खिलाफ जंग में बच्चों का हौसला भी कुछ कम नहीं है। बड़ों ने उन्हें घर पर ही रहने की नसीहत दी और वो मान गए। बच्चे न खेलने जा रहे, न ही दोस्तों से मिल रहे। वो घर पर ही रहकर अदृश्य दुश्मन से लड़ाई के मोर्चे पर जमकर डटे हुये हैं। ऐसे में अभिभावक भी बच्चों को हर वो चीज करने की आजादी दे रहें हैं, जो उन्हें पसंद है। लिहाजा बच्चों का छिपा हुनर भी खूब सामने आ रहा है। कोई ड्रॉइंग बनाकर जागरूक कर रहा, तो कोई वीडियो बनाकर हाथ धोते रहने का संदेश दे रहा है। कोई गीत गाकर, कोई कविता गाकर, कोई कहानी सुनाकर लोगों को कोरोना से बचने के उपाय बता रहा है। इन मासूम बच्चों की कोशिशें कह रहीं हैं कि कोरोना से जंग हम जीतकर ही रहेंगें। जिले के अलग-अलग स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों ने कागज पर ड्रॉइंग व पेंटिंग के जरिए आकृतियां बनाकर घर के अंदर व बाहर रहने वालों पर कोरोना वायरस का असर व कोरोना वायरस के लक्षण, बचाव व सावधानियां बताईं हैं।
न्यू लाइट एजुकेशन सेंटर राजपुर में पढ़ने वाले अर्पित कटियार ने अपनी ड्राइंग में निम्न गतिविधियाँ वर्णित की हैं-
सावधानी अपनायेंगें, कोरोना को दूर हम भगायेंगे।
साबुन से 20 सेकंड तक अच्छी तरह हाथ साफ करें, मास्क का प्रयोग करें, 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें, कोई भी रोड पर न निकले, इन्होंने अपनी पेंटिंग में कोरोना वाइरस की संरचना बनाकर लिखा है कि मेरा नाम कोरोना वायरस है कुछ सफेद कोट पहनने वाले लोग मुझे कोविड-19 भी कहते हैं।
दिल्ली पब्लिक स्कूल के कक्षा 4 के छात्र आर्यन सचान ने कोरोना वायरस के पूरे दुनिया में फैले रौद्र रूप को अपनी ड्राइंग में प्रदर्शित किया है। बच्चे ने तस्वीर के माध्यम से सभी को बताया है कि यह वाइरस बहुत ही खतरनाक है, कृपया सभी घर पर रहें और अपने हाथों को अच्छे से सेनिटाइज करें।
मेरा समाचार पत्र इस वैश्विक महामारी के समय में आप सभी पाठकों से अपील करता है कि अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों की सेवा करें। हम सभी साथ मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं। घर पर रहिये, स्वास्थ्य रहिये और जरूरतमंदों की मदद करिये।