प्रशासन के कम्युनिटी किचन के द्वारा भोजन पहुंचाने के दावे फेल
फिरोजाबाद/शिकोहाबाद (SK Chittodi)। जनपद में कोरोना वायरस के चलते सम्पूर्ण लाॅकडाउन है। ऐसे में काम धंधा बंद होने से गरीब, बेसहारा व मजदूर परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। मंगलवार को भूख से व्याकुल मजदूरों के परिवार शिकोहाबाद नहर पुल पर आ गये और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जिसने एक सामाजिक संस्था से केला, बिस्किट दिलवाकर इनकों शांत कराया। मजदूरों के इस हंगामे से जिला प्रशासन के कम्युनिटी किचन के द्वारा गरीबों तक भोजन पहुंचाने का दावे पर सबालिया निशान खड़ा हो गये है।
वैश्विम महामारी कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लाॅकडाउन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील के बाद जो मजदूर जहां है वही रूक गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से कम्युनिटी किचन आदि के माध्यम से प्रत्येक गरीब, बेसहारा, असहाय और जरूरतमंद तक भोजन पहुंचाने के निर्देश दिये है। जिला प्रशासन द्वारा भी जनपद में अनेकों कम्युनिटी किचन खोलकर प्रत्येक गरीब तक भोजन पहुंचाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन मंगलवार को जो हुआ वह चैकाने वाला था। शिकोहाबाद नहर पटरी पर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रह रहे करीब 50 से अधिक लोग जिनमें महिलायें, पुरूष व बच्चे भी शामिल है। भूख से व्याकुल होकर नहर पुल पर आ गये। मजदूरों का आरोप था कि लाॅकडाउन के पहले वह यहां आलू खोदने की मजदूरी करने आये थे लेकिन लाॅकडाउन होने के कारण वह यहीं फंस गये है। लाॅकडाउन के कारण काम भी बंद है। ऐसे में उनके सामने परिवारों के भरण पोषण की समस्या खड़ी हो गयी है। लाॅकडाउन के बाद से ही उनके पास भोजन कभी आ जाता है तो कभी नही आता है। सुबह चाय अवश्य आती है लेकिन भोजन का इंतजार करते हुये आंखे पथरा जाती है। लेकिन भोजन नही आता है। जिससे वह व उनके बच्चे भूख से व्याकुल है। उनका कहना था कि आज मजबूर होकर यह कदम उठाना पड़ा है। जिससे प्रशासन हमारे खाने का इंतजार कर सके। हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। जिसने गुस्साये इन मजदूरों को समझा-बुझाकर शांत किया और सामाजिक संस्था रोटी बैंक से सम्पर्क किया। रोटी बैंक के पदाधिकारी सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे और इन भूखे मजदूर व उनकी महिलाओं एवं बच्चों को केले, बिस्किट आदि देकर उन्हें सांत्वना दी।
शिकोहाबाद में भूख से व्याकुल मजदूर व उनके परिवारों के हंगामे के बाद जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। कि आखिर शिकोहाबाद तहसील परिसर में बनी प्रशासन की कम्युनिटी किचन का खाना कहां जाता है। जिला प्रशासन के कम्युनिटी किचन के माध्यम से प्रत्येक भूखे तक भोजन पहुंचाने के दावे पूरी तरह से फेल नजर आ रहे है। यह कोई एक जगह की हालत नही है यदि इसकी सर्वे की जाये तो जनपद के कई ऐसे स्थान है जहां भूख से परेशान मजदूर प्रशासन के खाने का इंतजार करते नजर आते है। बताया जाता है कि इस पूरे मामले में तहसील स्तर पर एक जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही हुई है।