हाथरस। मौसम में बदलाव के चलते इस समय लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी है। इस समय दिन में हल्की गमीर् और रात में हल्की ठंड हो रही है। ऐसे में स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। तापमान में उतार चढ़ाव के कारण शरीर अपने आप को उसके अनुसार ढाल नहीं पाता जिससे लोग बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मधुर कुमार ने बताया कि बदलते मौसम में इम्युन सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) कमजोर हो जाता है। ऐसे में सदीर्, जुकाम और बुखार की परेशानी आम बात है। शाम के समय पयार्प्त कपड़े पहन कर ही बाहर निकलना चाहिए। बदलते मौसम में वायरल बुखार के मामले बढ़ते हैं। बड़ों के साथ बच्चे भी वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए इस मौसम में बच्चों तथा बुजुगोंर् को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। कभी सदर् और कभी गमर् मौसम होने के कारण सदीर्, खांसी, जुकाम, बुखार, गले मेंदर्द, थकान जैसी बीमारियां लोगों को परेशान कर रही है। सबसे पहले बच्चे इनकी चपेट में आते हैं। उन्होंने कहा कि बीमारियों से बचने के लिए बच्चों के कपड़ों को साफ रखना चाहिए। साफ-सफाई पर पूरा ध्यान रखना चाहिए।
ड. मधुर ने कहा कि मौसम में बदलाव अपने साथ बहुत सारी बीमारियां साथ लेकर आता है। खानपान पर ध्यान देने की जरूरत है। पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पयार्प्त पानी पीना चाहिए। ड. मधुर ने कहा कि मौसमी फलों एवं सब्जियों का खाने में प्रयोग करना चाहिए। विटामिन सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू ज्यादा लेना चाहिए। क्योंकि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। ठंडे पदाथोंर् का सेवन न करें। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक को दिखाएँ।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डॉ चतुर सिंह ने बताया कि इस बदलते मौसम में तापमान के हिसाब से उचित कपड़े पहनें। सामान्य तापमान के पानी से नहाएं व सुबह शाम की ठंड से बचें। उन्होंने बताया कि जिस चीज से आपको एलजीर् है, उसके प्रयोग से बचें। साथ ही सदीर्-जुकाम के शिकार लोगों का सामान इस्तेमाल करने और सीधे-सीधे संपर्क में आने से बचें। उन्होंने बताया कि आपसे किसी और को यह समस्या न हो, इसके लिए छींकते समय अपने मुंह पर रूमाल जरूर रखें।आयुष चिकित्सक डॉ अवधेश कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि खूब पानी भी पीना चाहिए जिससे शरीर पर हमला करने वाले माइक्रोअगेर्निज्म को शरीर से बाहर निकलने में मदद मिलाती है। वायरल में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए।