ऊंचाहार/रायबरेली, पवन कुमार गुप्ता। मवेशियों को पकड़कर गोशाला में बन्द किए जाने की प्रशासनिक व्यवस्था की अफवाह पर ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में बेसहारा मवेशियों को मुर्गी फार्म में बंद कर दिया।उसके बाद पंचायत विभाग और प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए है,जिससे गांव की दशा असहज हो गई है।मामला क्षेत्र के गांव रम्मा का पुरवा मजरे गंगौली का है।ग्रामीणों के अनुसार उनको पांच दिन पहले यह बताया गया था कि शुक्रवार को पंचायत विभाग बेसहारा मवेशियों को ले जाकर गौशाला में बंद करेगा। इस अफवाह पर ग्रामीणों ने गांव के आसपास घूम रहे बेसहारा मवेशियों को एकत्र किया और उनको गांव में बने मुर्गी फार्म में बंद कर दिया। उसके बाद ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान को मामले की सूचना दी।ग्राम प्रधान ने मामले में दखल देने से मना कर दिया । उसके बाद मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और बड़ी असहज स्थित बन गई।मुर्गी फार्म में करीब अस्सी की संख्या में मवेशी बन्द है।मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई लेकिन अधिकारियों ने भी इस मामले में दखल से इंकार कर दिया।ग्रामीणों को बताया गया कि क्षेत्र की सभी गौशालाओं में मवेशियों की संख्या पर्याप्त है।उसमें अधिक पशु नहीं रखे जा सकते है।इसके बावजूद मौके पर ग्रामीण एकत्र है और मवेशियों को मुर्गी फार्म में एकत्र किए हुए है।ग्राम प्रधान अमर पाल ने बताया कि उन्होंने मवेशियों को गौशाला ले जाने का प्रयास किया था किन्तु गोशाला संचालकों ने मवेशी लेने से इंकार कर दिया है।मामले की सूचना क्षेत्रीय लेखपाल को भी दी गई है।इस बाबत जब उप जिला अधिकारी से बात करनी चाहिए तो उनको फोन किया गया लेकिन किसी कारणवश उनका फोन नहीं उठ सका।