दिल्ली। भारतीय दलित साहित्य अकादमी के 37वें राष्ट्रीय सम्मेलन में दलित, दमित, आदिवासी एवं वंचित साहित्य के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में आदिवासी केंद्र के संस्थापक निदेशक डॉ. जनक सिंह मीना को दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय अवार्ड 2021से सम्मानित किया गया। डॉ. मीना को यह सम्मान 100वर्ष की आयु पूरी कर चुके तथा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के साथी पूर्व केंद्रीय मंत्री संघप्रिय गौतम, नेपाल सरकार के युवा एवं खेल मंत्री जहथ राज, महाराष्ट्र सरकार के पूर्व समाज कल्याण मंत्री बब्बन राम गोलक, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्य मंत्री यशपाल कुंडल, गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय गुरुग्राम के कुलपति प्रो. एम एल रंगा, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट आर आर बाघ द्वारा प्रदान किया गया। भारतीय दलित साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. सोहनपाल सुमनाक्षर ने बताया कि इस 37में राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के सभी राज्यों से तथा नेपाल, भूटान, यूएई, इंग्लैंड, अमेरिका, श्रीलंका, मॉरीशस आदि विदेशों के दलित उत्थान से जुड़े साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी, लेखकों ने सम्मेलन में सहभागिता कर इसकी महत्ता को और बढ़ा दिया है। डॉ. मीणा पीएच.डी., डी. लीट. की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं तथा इनकी 26 पुस्तकें एवं 150 से अधिक शोध पत्र, आलेख, पुस्तक समीक्षाएं राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुके हैं तथा 130 से अधिक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों एवं संगोष्ठीओं में सहभागिता कर चुके हैं। डॉ मीना अनेक अकादमी संस्थाओं के आजीवन सदस्य हैं तथा न्यू पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वे आदिवासी विषयों पर केंद्रित साहित्यिक सामाजिक अरावली उद्घोषपत्रिका के संपादक के रूप में कार्यरत हैं। डॉ. मीणा को अब तक लगभग एक दर्जन पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।