रुपए नहीं मिले तो जच्चा बच्चा जीवन के साथ खेल गई नर्स
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए लाई गई एक प्रसूता व उसके नवजात के साथ स्टाफ नर्स ने रुपए के लिए ऐसी हरकत कर दी जिससे मानवता तार-तार हो गई हैै। पीड़ित ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की गुहार लगाई है। मामला कोतवाली क्षेत्र के गांव पूरे जगत सिंह मजरे खरौली का है। गांव की प्रसूता सीमा पत्नी राहुल को प्रसव पीड़ा होने पर रविवार की सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। प्रसूता के देवर अर्जुन पाल का आरोप है कि उस समय प्रसव ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स ने उससे रुपए की मांग की। जब उसने रुपए देने से इंकार कर दिया तो नर्स ने प्रसूता को भर्ती करने से इंकार कर दिया गया। उसके बाद अधिकारियों से शिकायत की गई। तत्पश्चात प्रसूता को भर्ती किया गया। लेकिन स्टाफ नर्स उसके पास नहीं गई। आरोप है कि दाई ने किसी तरह प्रसव कराया उसके बाद जब स्टाफ नर्स को जानकारी हुई तो उसने दाई के साथ भी दुर्व्यवहार किया और प्रसूता के गुप्तांग के साथ छेड़छाड़ की। यही नहीं उसने नवजात को भी ध्यान नहीं दिया और जबरन जच्चा-बच्चा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि नर्स द्वारा की गई गलत हरकत के कारण जच्चा बच्चा दोनों की हालत गंभीर हो गई है और उसे
जिला चिकित्सालय में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया है।पीड़ित ने स्वास्थ विभाग के उच्चाधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेजकर मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने और दोषी स्टाफ नर्स के विरुद्ध कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। उधर सीएससी अधीक्षक डॉ मनोज शुक्ला ने बताया कि मामले में कोई शिकायती पत्र नहीं मिला है। यदि शिकायती पत्र मिलता है तो जांच करके कार्रवाई की जाएगी।