⇒दो दर्जन से अधिक किसानों की धान खरीद का भुगतान फंसा
⇒भ्रष्टाचार में पकड़े गए केंद्र प्रभारी के कारण आई तकनीकी दिक्कत
⇒समस्या से परेशान किसानों ने दी प्रदर्शन की धमकी
रायबरेली। खरीद केंद्र पर किसानों की उपज की तौल हो गई किंतु ऑनलाइन सत्यापन नही हो पाया। इसी बीच केंद्र प्रभारी भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हो गया। अब किसानों की खरीद का सत्यापन नही हो पा रहा है। जिससे उनका भुगतान रुका हुआ और किसान परेशान है।
मामला ऊंचाहार के एफडीआई खरीद केंद्र का है। दिसंबर महीने में इस केंद्र पर 25 दिसंबर के आसपास करीब दो दर्जन से अधिक किसानों के धान की तौल हुई थी। किंतु सर्वर की खराबी के कारण उनकी खरीद का ऑनलाइन सत्यापन नही हो पाया था। उसके बाद भ्रष्टाचार के आरोप में केंद्र प्रभारी सुनील मौर्य गिरफ्तार हो गया था। अब इस केंद्र पर नए प्रभारी की तैनाती हुई है, किंतु अभिलेखों और कुछ औपचारिकताओं में तकनीकी दिक्कत आ रही है। जिसके कारण किसानों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है और किसान परेशान है।सत्यापन में यह है अड़चन-
किसानों की खरीद का ऑनलाइन आधार सत्यापन होना था। सर्वर की खराबी के कारण उस समय सत्यापन नही हो पाया था। अब केंद्र खुला है तो पूर्व की खरीद का सत्यापन अधिकृत अधिकारियों की संस्तुति चाहिए। अधिकारी चुनाव में व्यस्त है। शासन की ओर से इसकी अंतिम तिथि 28 फरवरी निश्चित है लेकिन किसानों की कोई सुन नहीं रहा है। यदि एक दो दिन के अंदर किसानों की खरीद का सत्यापन नही हो पाया तो उनको भुगतान नही मिल पाएगा। ऐसी दशा में किसान बरबाद हो जायेंगे।
समाधान ना होने पर किसान करेंगे आंदोलन-
अपनी परेशानी को लेकर किसानों ने एसडीएम से संपर्क किया है। खरीद के सत्यापन के लिए किसानों ने एसडीएम को एक प्रार्थना पत्र भी दिया है। जिस पर एसडीएम ने केंद्र प्रभारी को कार्रवाई का निर्देश भी दिया है लेकिन कार्रवाई का अधिकार एसडीएम के ही पास है। ऐसी दशा में किसानों का मानना है कि उन्हें टाला जा रहा है। अब किसान कह रहे है कि यदि शनिवार तक उनकी समस्या का समाधान नही होगा तो वह सब खरीद केंद्र के सामने धरने पर बैठ जायेंगे।
एसडीएम ने कहा प्रक्रिया चल रही है-
उधर एसडीएम राजेश वर्मा का कहना है कि समस्या के निराकरण और किसानों की खरीद का सत्यापन करके उनको भुगतान करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए है, प्रक्रिया चल रही है ।
Reported by: Pawan Kumar Gupta