हाथरस। रूस के राष्ट्रपति बलदेवराम पुनियां (ब्लादिमीर पुतिन) भारत की राजस्थान की धरती से हैं। 92 वर्ष पहले रूस में बसे पूर्वजों के कारण जाट समुदाय के पुनियां गोत्र को ही भाषाई असमानता को आज रूस में पुतिन कहां जाता है।यह जानकरी डिस्ट्रिक्ट बार एसोशिएशन के पूर्व सचिव हितेन्द्र कुमार गुड्डू ने जाट समाज की हुई बैठक में दी। उन्होंने बताया कि जाट समाज के ही ओमप्रकाश काला ने यह जानकारी जुटाई है। श्री गुड्डू ने बताया कि आज से 92 वर्ष पहले राजस्थान के चुरू जिले के राजगढ़ तहसील के पास दो किलोमीटर पूरब की ओर बड़े बड़े (बरगद) के पास स्थित पुनियों की ढाणी (आवास) से पुतिन के जाट परदादा स्व. रामेश्वर पुनियांजी रूस जाकर बस गए थे। कालातंर में अपभ्रंश और भाषाई असमानता के चलते रशियन उच्चारण में पुनियां को पुतिन कहा गया। आज उन्हीं के पोते पुतिन जी जाट समाज के गौरव और रूस के राष्ट्रपति बलदेवराम पुनियां (ब्लादिमीर पुतिन) पर हमें गर्व है।