ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।यदि हम जरा सी चूक करते हैं तो डिजिटलीकरण होने का जितना फायदा है उतना ही नुकसान भी है।इसी प्रकार हुए नुकसान का एक मामला ऊंचाहार क्षेत्र की एचडीएफसी बैंक के खाताधारक से जुड़ा हुआ है। जिसके एक खाताधारक द्वारा बताया गया है कि करीब चार महीने पहले उसने अपने नेट बैंकिंग के माध्यम से किसी अन्य बैंक के खाताधारक को पैसे ट्रांसफर कर रहा था तभी ट्रांजैक्शन के दौरान आईएफएससी कोड गलत हो जाने की वजह से वह पैसा, उसी खाता संख्या पर दूसरे बैंक के खाता धारक के खाते में पहुंच गया। पीड़ित खाताधारक ने बताया कि उसके द्वारा अगले ही दिन एचडीएफसी बैंक के कर्मचारियों को अवगत कराया। यहां तक कि उसने खुद से संबंधित विभाग में मेल भी किया है और बैंक के स्थानीय कर्मचारियों ने आश्वासन भी दिया था कि जल्द ही पैसे वापस आ जायेंगे लेकिन आज लगभग चार महीने बीत चुके हैं इस मामले का निराकरण नहीं हो पाया है। खाताधारक को अब यह बोला जा रहा है कि उसने समय रहते कंप्लेंन दर्ज नहीं कराई है। इसलिए उसका पैसा रिफंड होना मुश्किल लग रहा है और उसे उस बैंक में कंप्लेंट करना चाहिए जिस बैंक के खाते में उसने पैसा ट्रांसफर किया है।