कानपुर। आईएमए कानपुर शाखा द्वारा आईएमए एसडब्ल्यू सी 2022 के अंतर्गत आईएमए यूपी स्टेट की तीसरी स्टेट वर्किंग कमेटी की बैठक का आयोजन एक होटल में किया गया। तृतीय स्टेट वर्किंग कमेटी की मीटिंग से पूर्व आईएमए कानपुर शाखा ने कानपुर ब्रांच की बैठक की। इस बैठक में आईएमए हेड क्वार्टर के राष्ट्रीय अध्यक्ष इलेक्ट् डॉ शरद अग्रवाल,
प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप सिंह, प्रदेश सचिव डॉ राजीव गोयल, कानपुर शाखा के अध्यक्ष डॉ पंकज गुलाटी, सचिव डॉ अमित सिंह गौर, ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ एस के मिश्रा, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ प्रवीन कटियार, चीफ एडवाइजर डॉ एके श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
इस बैठक में कानपुर शाखा द्वारा आईएमए यूपी स्टेट के सभी प्रांत अध्यक्षों का सम्मान किया गया। साथ ही साथ आयोजन समिति के सदस्यों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। आई एम ए हेडक्वार्टर के राष्ट्रीय अध्यक्ष इलेक्ट डॉ शरद अग्रवाल ने कहा कि सभी चिकित्सकों को संगठित रूप से कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि 26 से 28 दिसंबर तक आई में हेड क्वार्टर की नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन प्रयागराज में हो रहा है। आई एम ए यूपी स्टेट के अध्यक्ष डॉ प्रदीप सिंह ने कहा कि चिकित्सक गण समन्वय स्थापित करके कार्य करें। शाखा की बैठक के बाद आई एम वर्किंग कमेटी की बैठक प्रारंभ हुई। इस बैठक की अध्यक्षता आईएमयूपी स्टेट के अध्यक्ष डॉ प्रदीप सिंह ने की। इस बैठक में प्रदेश की आईएमए की सभी शाखाओं की समस्याओं एवं उनके कार्यों के संबंध में चर्चा हुई। यूपी स्टेट के जर्नल के इस वर्ष के द्वितीय संस्करण को विमोचन किया गया।साथ ही साथ आईएमए एम्एस के भी जनरल का विमोचन हुआ। सदस्यों ने नर्सिंग होम से संबंधित समस्याओं, अस्पतालों के पंजीकरण से संबंधित समस्याओं, फायर सेफ्टी से संबंधित समस्याओं आदि पर चर्चा की। इस बैठक में आईएमए में हेड क्वार्टर की राष्ट्रीय कांफ्रेंस तथा आई में यूपी स्टेट की आगामी वार्षिक कांफ्रेंस के संबंध में भी चर्चा हुई।बैठक के अंत में आई एम ए यूपी स्टेट के पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
कार्यक्रम में आईएमए कानपुर के अध्यक्ष डॉ पंकज गुलाटी, ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ एस के मिश्रा, शाखा के सचिव डॉ अमित सिंह गौर, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ प्रवीन कटियार, वित्त सचिव डॉ आशीष मिश्रा, आई एम ए कानपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉ एके श्रीवास्तव डॉ आरएन चौरसिया आदि तथा आईएमए यूपी स्टेट के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।