राठ (हमीरपुर)। तीखी और तेज धूप देखकर बीते दिवस शुक्रवार तक लोग कह रहे थे कि ठंड का नामोनिशान नहीं है लगता इस बार सर्दी पड़ेगी ही नहीं। वहीं किसान भी तीखी धूप को देखकर अपनी फसलों को लेकर चिंतित दिखाई दे रहा था। मगर अचानक बीती रात बदले फिर मौसम ने आज शनिवार को लोगों के सामने दिक्कत पैदा कर दी और मोटे कोहरे की चादर से ढंका आसमान सर्द हवाओं के थपेड़ों ने लोगों के कामकाज प्रभावित कर दिये।
पिछले तीन चार दिन से तीखी धूप सर्दी के मौसम में लोगों को राहत दिये थी और ठंड का अहसास देरशाम के बाद ही होता था। बीते मंगलवार को ठंड ने अपनी मौजूदगी का अहसास कराया था और घने कोहरे के बीच हुई मंगलवार की सुबह तो दिक्कत भरी रही मगर दोपहर बात धूप निकलने से लोगों को राहत मिल गई थी बुधवार को तीखी धूप ने मौसम को फिर बदल दिया और गुरुवार की तेज धूप को देखकर लोगों के बीच ठंड न पड़ने की चर्चा होने लगी थी किसान के माथे पर तीखी धूप देखकर चिंता की लकीरें दिख रही थी। किसानों का मानना था कि यदि ठंड न पड़ी तो उसकी रबी की फसल खराब हो जायेगी। खेतों में उगी नवजात फसल धूप से झुलसकर नष्ट होने का डर किसानों के मन में दिखाई दे रहा था। शुक्रवार को बादलों की आवाजही शुरु हुई मगर तीखी धूप का अहसास होता रहा। मगर साल के अंतिम दिन शनिवार की ठंडी सुबह फिर लोगों के लिए दिक्कतें लेकर आयी और सर्द हवाओं के थपेड़ों के साथ कोहरे की मोटी चादर से ढंके आसमान से पूरे दिन धूप धरती पर नहीं आ सकी। अचानक ठंडे हुए मौसम ने लोगों के सामने फिर समस्या पैदा कर दी और लोग आग जलाकर खुद को सेंकते दिखाई दिये। नागरिकों के कामकाज तो प्रभावित हुए मगर ठंड बढ़ने से किसानों के चेहरों पर खुशी दिखाई दी।