श्याम बिहारी भार्गवः मथुरा। बृज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग के स्वरूप को लेकर अटकलें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को सोनई सहित अन्य गांव के ग्रामीणों ने क्रमिक अनशन का आरंभ कर दिया। सुबह के समय सोनई के लहचोर वन पर हवन यज्ञ के बाद गांव खोजिया के ग्यारह अनशनकारियों का स्थानीय लोगों ने स्वागत किया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कौशिक के नेतृत्व में मांगें पूरी करने के नारे लगाते हुए सोनई की परिक्रमा दी गयी। इस दौरान ग्रामीणों ने बाजार भी बंद रखे। समिति के अध्यक्ष ने कहा कि प्राचीन काल में परिक्रमा सोनई होकर जाती थी। लेकिन अब सौंदर्यीकरण में इसे अछूता रखा जा रहा है। सदस्यों ने प्राचीन स्वरूप बहाल करते हुए इसी परिक्रमा मार्ग में सौंदर्यीकरण की मांग उठायी। उनका कहना था यदि इस परिक्रमा मार्ग को बहाल नहीं किया गया तो वह आमरण अनशन पर बैठने के लिए तैयार हैं। इससे पूर्व 20 जनवरी को कलेक्ट्रेट पर पहुंचे संघर्ष समिति के सदस्यों ने अनशन की सूचना प्रशासन को दी थी। सोमवार को आरंभ हुए क्रमिक अनशन के दौरान जयवीर सिंह, विजेंद्र प्रकाश, नथाराम पाठक, मुनीश रावत, विजेंद्र प्रधान, राजवीर सिंह, सुग्रीव सिंह, नीरज सोलंकी, अनुराग शुक्ला, गंगाधर वर्मा, राधेश्याम वर्मा, सागर कौशिक, रघुवीर सिंह व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।