⇒अंडर ग्राउंड पानी की पाइप लाइन को लोग मान रहे इसके लिए जिम्मेदार
⇒स्थानीय निवासी बोले अंडर ग्राउंड बिजली की लाइन डालने की नहीं थी जरूरत
मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। चौबिया पाडा क्षेत्र का दौरा कर फटे मकानों को देखा। चौबिया पाड़ा स्थित गली महोली की पौर में मकानों के फटने का सिलसिला लम्बे समय से चल रहा है। गली महोली की पौर में नए मकानों में दरार आ रही है। महात्मा ज्योतिराव फुले विकास समिति के अध्यक्ष रमेश सैनी भारतीय किसान यूनियन टिकैत के निवर्तमान महानगर महासचिव सुनील चौधरी का कहना है कि महोली की पौर में मकान एक के ऊपर एक आ चुके हैं। स्थानीय निवासियों ने नए मकानों में मरम्मत भी कराई लेकिन मकानों का फटना बंद नहीं हुआ। इस गली में मकान बुरी तरह से फट रहे हैं। जिससे स्थानीय निवासियों में डर का माहौल है। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के निवर्तमान महानगर अध्यक्ष पवन चतुर्वेदी का कहना है कि चौबिया पाड़ा क्षेत्र में अंग्रेजों के जमाने की अंडर ग्राउंड पाइप लाइन पड़ी हुई है। वह पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है पाइप लाइनों का पानी जमीन में मरता है। चौबिया पाडा क्षेत्र की गलियों में अंडरग्राउंड विद्युत लाइन के लिए खुदाई की गई थी, इसके बाद हालात और खराब हुए हैं। ग्राउंड पाइप लाइन का पानी जमीन में मर रहा है जिसकी शिकायत अनेकों बार नगर निगम, जिला प्रशासन से स्थानीय लोग कर चुके हैं। अखिल भारतीय समता फाउंडेशन के अध्यक्ष लोकेश कुमार राही का कहना है कि स्थानीय निवासियों में भय का माहौल व्याप्त है। पूरे चौबिया पाडा क्षेत्र में मकानों के फटने का सिलसिला निरंतर जारी है। स्थानीय निवासियों ने अनेकों बार अपने घरों की मरम्मत करा ली लेकिन मकान फटने का सिलसिला बंद नहीं हुआ। चौबिया पाड़ा टीले पर बसा हुआ है। इस क्षेत्र में अंडर ग्राउंड बिजली लाइन की जरूरत नहीं थी लेकिन विद्युत विभाग ने चौबिया पाडे में विद्युत लाइन डालकर पूरे एरिया को बर्बाद कर दिया है।