Monday, November 25, 2024
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एक शाम कौमी एकता के नाम, कवियों ने समा बांधा

⇒मरहूम पीर बाबू सैयद साहब का 55 वां स्मृति समारोह सम्पन्न
मथुरा। मथुरा राया मार्ग के मध्य स्थित लोहवन के पास सैयद की मजार के निकट मरहूम पीर बाबू सैयद साहब का 55 वां स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें कौमी एकता के नाम पर विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, कार्यक्रम के संरक्षक तथा कवि व कवित्रियों ने चित्र पर मार्ल्यापण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। जिसमें अनेकों महान कवियों व कवित्रियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ. नीतू के बेटियों पर अपना कविता पाठ कर लोगों को बेटियों के महत्व पर अपनी ज्ञानवर्धक रचना सुनाकर खूब तालियां बटोरी व डा. रमाशंकर पांडेय ने साहित्य रचनाओं को सुनाकर उपस्थित श्रोताओं का दिल जीता। वहीं उनकी भूर भूर प्रशंसा हुई पंडाल तालियों से गूंज उठा। राधा गोविंद पाठक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की व अपनी कविता पाठ के माध्यम से धर्म, जाति एवं राजनीति पर करारी चोट की धर्म के प्रति समर्पित राधा कृष्ण की कविता पर श्रोताओं ने वाहवाही की देश और समाज में जो विघटनकारी शक्तियां पनप रही है उन पर कटाक्ष करते हुए अपनी रचना प्रस्तुत करने से पीछे नहीं रहे जिसे लोगों ने बहुत सराहा। दर्जनभर कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को एकता और जागरूकता का संदेश दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुंवर नरेंद्र सिंह ने कौमी एकता के नाम पर कवि सम्मेलन का आयोजन करने पर आयोजकों को साधुवाद देते हुए आव्हान किया ऐसे आयोजनों की आवश्यकता बताई। अध्यक्षीय भाषण में महामंडलेश्वर ने देश में संविधान और विज्ञान की आवश्यकता पर बल दिया और कहा देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए संविधान और विज्ञान दोनों की विशेष आवश्यकता है। कार्यक्रम के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार निरंजन प्रसाद धुरंधर ने सभी का कार्यक्रम में आने के लिए आभार व्यक्त किया। व्यवस्थापक का.हमीद शाह, चांद सैयद लेखपाल तथा इनके परिवारिजन एवं भाइयों ने आने वाले श्रोताओं का आदर सम्मान किया।