फतेहपुर, बिंदकी। घरेलू विवाद में ऐसे भी मोड़ आते हैं जहां खून के रिश्ते भी साथ छोड़ कर धोखा देने से बाज नही आते हैं। जमीन जायदाद के लालच में लोग अपनों से दुश्मनी निभाने में कोई कोर कसर नही छोड़ते। ऐसा ही एक मामला फतेहपुर जिले के नगर पंचायत बिंदकी से प्रकाश में आया है। जहां माँ-बाप को एक पुत्र व एक पुत्री में दोनों की शादी के बाद मां बाप ने बेटी को भी सहारे के लिये पति सहित घर में जगह दी। लेकिन जब तक मामा के साथ भांजे साथ में सहयोग में जुटे रहे , तब तक तो सबकुछ ठीक चलता रहा लेकिन जब भांजे ने मामा से किनारा करते हुए अपने पैरों पर खड़े होने की ठानी, तो मामा ने अपना सकुनी मामा का रंग दिखाते हुए घर में रह रही अपनी बहन को घर से बाहर करने की ठान ली और बहन के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर नगर पंचायत में सिस्टम के खेल के तहत जमीन – घर अपने नाम चढ़वा लिया। बड़ी बात यह कि बिंदकी नगर पंचायत ईओ समेत काबिल कर्मचारियों ने बिना नोटिस व जांच पड़ताल किये आपराधिक किस्म के मामा के नाम यह सबकुछ कर दिया। जबकि नगर पंचायत की सदस्यता सूची में बहन का नाम भी दर्ज है और बहन 10 वर्ष पूर्व से अपने माँ बाप के साथ रह रही है। इसके लिए पीड़ित परिवार ने नगर पंचायत सहित अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। बताते हैं कि नगर पंचायत ने भी प्रमोद कुमार का पूरा साथ दिया और सिस्टम के खेल के तहत बिना नोटिस व जांच किए मकान को प्रमोद कुमार के नाम दर्ज कर दिया गया। लोगों की माने तो नगर पंचायत में ईओ व कर्मचारियों के समय पर कार्यालय ना जाने के कारण ज्यादातर गायब रहने से पीड़ित इधर-उधर भटकते रहते हैं।