हाथरस। स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं अधिकारियों द्वारा आज जनपद के अवैध व अपंजीकृत हॉस्पिटलों के विरूद्ध कार्यवाही की गई जिससे अस्पताल संचालकों में भारी खलबली मच गई।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी अलीगढ़ एवं नोडल अधिकारीच व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा लाइफ केयर हॉस्पिटल कैलोरा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय हॉस्पिटल में कोई भी मरीज भर्ती नहीं मिला। अवगत कराया गया कि मुनेश कुमार बीएएमएस चिकित्सक हैं तथा अरूण कुमार एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र हैं। अर्चना पत्नी मानवीर सिहं एएनएम हैं। उक्त हॉस्पिटल पंजीकृत नहीं है एवं अवैध रूप से संचालित है। अवैध रूप से संचालित पाए जाने पर हॉस्पिटल को सील करने की कार्यवाही की गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कलावती नर्सिंग होम सिकन्द्राराऊ की प्राप्त शिकायत के क्रम में आज प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकन्द्राराऊ के साथ संयुक्त रूप से कलावती नर्सिंग होम पंत चौराहा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय हॉस्पिटल में एक मरीज श्रीमती आशा पत्नी मुनेशी आयु 33 वर्ष निवासी मारहरा भर्ती मिली। भर्ती मरीज द्वारा अवगत कराया कि 14 मार्च को उनका कलावती नर्सिंग होम में ऑपरेशन हुआ है। निरीक्षण के समय नर्सिंग होम के भूतल पर 10 बेड एवं एक ओटी स्थापित मिली। नर्सिंग होम का संचालन बिना पंजीकरण के अवैध रूप से किया जा रहा था। एक स्टाफ जिसने बताया कि उनका नाम प्रिया निवासी रोशनगंज की रहने वाली है और जीएनएम प्रथम वर्ष की छात्रा है। उक्त स्टाफ द्वारा अवगत कराया गया कि वह आज पहली बार अस्पताल में आई है। अन्य स्टाफ निरीक्षण टीम को देखकर भाग गए तथा हॉस्पिटल संचालक बाद में उपस्थित हुए। भर्ती मरीज आशा को 108 एंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंन्द्राराऊ में भर्ती कराने का प्रयास किया गया। परन्तु वहां पर उपस्थित संचालक एवं अन्य व्यक्ति द्वारा मरीज को एम्बुलेंस में बैठने नहीं दिया गया और राजकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की गई।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक संचालक द्वारा किए जा रहे इस कृत्य से जनमानस को जान की हानि हो सकती थी। उक्त कार्यवाही किए जाने को लेकर संचालक द्वारा खूब हंगामा किया गया। तत्पश्चात उप जिलाधिकारी सिकन्द्रारऊ से दूरभाष पर वार्ता करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई। अतिरिक्त पुलिस बल आने पर उपरोक्त तमाम गंभीर कमियों के प्रकाश में आने पर पुलिस बल के सहयोग एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकन्द्राराऊ, तहसीलदार, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी अलीगढ़ एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की उपस्थिति में हास्पिटल के भूतल को सील करने की कार्यवाही की गई।