अंतिम प्रकाशन 21 फरवरी 2018 को भारत निर्वाचन आयेाग द्वारा 26 फरवरी 2018 तक आस्थगित किये जाने के निर्देश
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। अर्हता एक जनवरी 2018 के आधार पर निर्वाचक नामावलियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-अंतिम प्रकाशन दिनांक 21 फरवरी 2017 को 26 फरवरी 2018 तक आस्थगित किये जाने के सम्बन्ध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश के निर्देशों के अनुसार अपरिहार्य कारणों से निर्वाचन आयोग द्वारा 1 जनवरी 2018 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत 21 फरवरी 2018 को होेने वाले निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन कार्य को स्थगित किये जाने एवं अंतिम तिथि की नई तिथि के बारे में पृथक से सूचित किये जाने हेतु अवगत कराया गया था।
बीस हजार का इनामी शातिर हत्यारा अपने साथी के साथ चढ़ा पुलिस के हत्थे
चन्दौली, जन सामना संवाददाता। चन्दौली जनपद में हो रही लूट व हत्या की घटना की रोकथाम के लिए पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक चन्दौली की देखरेख में डिप्टी एसपी प्रदीप सिंह चंदेल के अगुवाई में गठित की गई क्राइम ब्रांच व कोतवाली पुलिस की टीम को उस वक्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब वह धरौली मोड़ पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे चेकिंग के दौरान पुलिस को लूट की मोटरसाइकिल के साथ अंतर्जनपदीय शातिर हत्यारा अपने साथी के साथ पकड़ा गया। उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास असलहे व कारतूस भी मिले।
Read More »बजहां क्षेत्र पंचायत के चुनाव में दिखी कांटे की टक्कर
चन्दौली, जन सामना संवाददाता। बबुरी चन्दौली गुरुवार को काफी गहमागहमी के बीच संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत बजहां क्षेत्रपंचायत के चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली। पूर्व ब्लाक प्रमुख व चंदौली के कद्दावर नेता विरेन्द्रनाथ सिंह की पत्नी भगवानदासी देवी के निधन के बाद खाली हुई इस क्षेत्रपंचायत सीट के लिए ब्लाक प्रमुख के पुत्र व जिलापंचायत सदस्य संजय सिंह बबलू की पत्नी कालिन्दी सिंह चुनाव लड़ रही है वही उनके मुकाबले में बजहां गांव निवासी संदीप सिंह ने चुनाव लड़ा। गुरुवार को हुए मतदान के दौरान संदीप ने जहां प्रभावशाली प्रत्याशी व ब्लाकप्रमुख पद की संभावित दावेदार कालिंदी सिंह को कांटे की टक्कर दी वही मतदान के दौरान बजहां व सोनईडीह बूथ पर काफी गहमागहमी देखी गयी। भारी सुरक्षा के बीच हुए मतदान के दौरान बजहा प्राथमिक विद्यालय पर बनाये गये बूथो पर स्थानीय होने के नाते संदीप का पलड़ा भारी दिखा। वही सोनईडीह प्राथमिक विद्यालय पर बनाये गये दोनो बूथो पर कालिंदी सिंह बढ़त बनाये दिखी। प्रत्यक्षदर्शियों व जानकारों के अनुसार हार जीत का अंतर काफी कम वोटो से रहने की संभावना है। इस चुनाव पर समूचे जनपद की निगाह टिकी हुई है। अब चैबीस फरवरी को होने वाले मतगणना के बाद ही यह पता चल पायेगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा। पूरे दिन बबुरी थानाध्यक्ष अवधेश सिंह भारी पुलिस बल के साथ मतदान केंद्र पर डटे रहे।
Read More »नेता जी अब तुम्ही बताओ, अच्छे दिन कब आएंगे !
नेता जी अब तुम्ही बताओ,
अच्छे दिन कब आएंगे !
ठेला, गुमटी रोज हटाते,
हम सबकी फुटपाथों से !
आप कहे तो गला घोट दूँ,
अपने बच्चों की, हाथों से !
बिना कमाई के बच्चे सब,
जीते जी मर जाएंगे !
नेता जी अब तुम्ही बताओ,
अच्छे दिन कब आएंगे !
कहते हो तुम बेच पकौड़ा,
फिर करवाते निगम का दौड़ा !
तोड़ फोड़ सामान छीनते,
भर ले जाते मार हथौड़ा !
हमी तलें घर बैठ पकौड़ा,
और हमीं क्या खाएंगे ?
नेता जी अब तुम्हीं बताओ,
अच्छे दिन कब आएंगे !
जब जी चाहा उड़ जाते हो,
हम गरीब पर ध्यान नहीं !
विजय माल्या, नीरव मोदी,
के जैसा तो प्लान नहीं !!
पात्र गृहस्थी तथा अन्त्योदय योजना के लाभार्थी अपलब्ध करवायें आधारः डीएम
कानपुर देहातः जन सामना ब्यूरो। शासन स्तर से जनपद स्तर पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के अन्तर्गत प्रचलित राशनकार्डो एवं उनसे सम्बद्ध सभी यूनिटों पर ई-टेण्डरिंग के माध्यम से शत-प्रतिशत आधार सीडिंग का कार्य पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये गये है। इसीक्रम में जनसामान्य जिन लाभार्थियों के पात्र गृहस्थी तथा अत्योदय योजना के राषनकार्ड प्रचलन में है अथवा उन पर उनके द्वारा खाद्यान्न प्राप्त किया जा रहा है वे लाभार्थी राशनकार्ड मंे उल्लखित सभी यूनिटों के मुखिया सहित आधार कार्ड की छायाप्रति संबंधित उचित दर विक्रेता व ग्राम पंचायत अधिकारी/ग्राम विकास अधिकारी अथवा अपने क्षेत्र के सम्बन्धित पूर्ति निरीक्षक एवं पूर्ति लिपिक के माध्यम से तत्काल उपलब्ध करा दे ताकि सभी लाभार्थियों के आधार उनके कार्ड अथवा यूनिटों से लिंक कराया जा सके।
Read More »साक्षात्कार 27 फरवरी को
कानपुर देहातः जन सामना ब्यूरो। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना वर्ष 2017-18 के बजट लक्ष्य के अन्तर्गत निर्धारित तिथि तक जिन आवेदनकर्ताओं ने आवेदन पत्र जिला ग्रामोउद्योग कार्यालय रनिंया में जमा किया था उनका साक्षात्तकार चयन कमेटी द्वारा 27 फरवरी को प्रातः 11 बजे विकास भवन माती के आडिटोरियम में किया जायेगा।
Read More »कभी देखा है पर्दे पर ऐसा रंगीला डॉन?
डॉन या गैंगस्टर… सिल्वर स्क्रीन पर ये किरदार बहुत पुराने हैं दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है मगर समय के अनुसार ये किरदार और इनके स्वरूप बदलते रहे। 70 के दशक में डॉन खूब छाए पर्दे पर। अगर किसी खलनायक ने डॉन की भूमिका निभाई तो वो किरदार अक्सर नेगेटिव होते थे जहां खून खराबे, स्मगलिंग, महिलाओं की तस्करी वगैरह करता था वो गैंगस्टर लेकिन अगर जब कोई हीरो पर्दे पर डॉन बनता था तब वो या तो जुल्म से सताए जाने के बाद डॉन बनता था या फिर गरीबी से तंग आकर गैंगस्टर बनता था हालांकि वो भी खतरों से खेलता था और ड्रनग्स या सोने की तस्करी करता था। डॉन का लुक और अंदाज भी निराले हुवा करते थे।
मगर मिलेनियम आने के बाद फिल्मों का रुख हुवा कॉमेडी की तरफ लेहाजा इन कॉमेडी फिल्मों में अगर कोई डॉन बना तो वो भी कॉमिक डॉन बन गया। डेविड धवन की कई फिल्मों में आशीष विद्यार्थी कॉमिक गैंगस्टर बने। सलमान खान की फिल्म पार्टनर में राजपाल यादव छोटा डॉन बने थे और खूब मनोरंजन किया था दर्शकों का। पिछले साल आई फिल्म मुन्ना माइकल में नवाजुद्दीन सिद्दीकी गैंगस्टर बने थे। ये गैंगस्टर एक लड़की के प्यार में डांस सीखने के पीछे पागल था ताकि वो उस लड़की पर अपना प्रभाव छोड़ सके।
‘नित खैर मांगा’ आज रिलीज हुआ
लखनऊ हमेशा सांस्कृतिक रूप से समृद्ध रहा है और इसकी सुंदरता रेड के अगले मधुर ट्रैक नित खैर मांगा की धुनों में घुली-मिली हैं, जो ख्यात गायक नुसरत फतेह अली खान के गीतों का पुनः संस्करण है। कई प्रमुख फिल्मे इस प्रतिष्ठित शहर में फिल्माई गईं हैं लेकिन बहुत कम फिल्म निर्माताओं ने लखनऊ की वास्तविक खासियत का प्रदर्शन किया है। निर्देशक राजकुमार गुप्ता ने गीतों के सौंदर्य चित्रण के साथ लखनऊ की सुंदरता और खासियत को वास्तव में बढ़ाया है। यह रोमांटिक ट्रैक अजय देवगन पर चित्रित किया गया है।
Read More »चर्चा मेंः अमृत सिन्हा की फिल्म ‘‘फैरस’’
बिहार के छोटे से शहर सहरसा का एक लड़का इन दिनों मुंबई की माया नगरी में फिल्म निर्देशन के जरिए अपनी धाक जमा रहा है जिसका नाम है अमृत सिन्हा। अमृत सिन्हा ने रंगमंच के द्वारा फिल्मों का सफर तय किया है। अमृत सिन्हा ने महज दो वर्ष पूर्व तनय इंटरनेशनल फिल्म प्रोडक्शन हाउस की नीव रखी थी जो आज सफलता का पर्याय साबित हुआ है। विगत वर्ष 2016 में आयी अमृत सिन्हा और आनंद दाय गुप्ता की फिल्म खजुरवाटिका फिल्म का प्रदर्शन भी देश सहित अंतरराष्ट्रीय मंचो पर किया गया था। इस फिल्म में खजुराहो में बने पोराणिक मंदिर की मूर्तिकला को व उससे जुड़े तथ्यों का फिल्मांकन किया गया था। इसके बाद 2017 इसी फिल्म का नाम व पटकथा परिवर्तन करके नयी खजुरवाटिका फिल्म का निर्माण हुआ जो विश्व पटल पर काफी सराही गयी। जोकि काफी फिल्म अवार्ड अपने नाम कर पाने में सफल रही। फिर 2017 में आयी फिल्म रक्तप्रदाता जीवनदाता जोकि हैदराबाद के ब्लड डोनर पर आधारित थी जिसमें रक्तदान के प्रति जागरूकता दिखाई गयी थी। इसी क्रम में अमृत की दूसरी फिल्म ए शॉल देट बीट्स आयी जोकि खाने की बर्बादी के प्रति जागरूकता फैलाती फिल्म थी। यह दोनों सामाजिक फिल्में अवार्ड के लिये बेस्ट फिल्म के नाम से नॉमीनेट हो चुकी है। और अब अमृत सिन्हा और शौर्य सिंह की दो घंटे दस मिनट अवधि की फिल्म ‘‘फैरस’’ चर्चा में हैं जोकि आज के परिदृश्य में देश में बढ़ते क्राईम पर आधारित है जिसमें मुख्य भूमिका में वॉलीवुड के चर्चित अभिनेता विजय राज, जाकिर हुसैन, गोपाल सिंह, विक्रमजीत, पंकज झा, राहुल सिन्हा, दियांश शर्मा व मीरा जोशी हैं। अमृत सिन्हा कम समय में अपनी बेमिसाल फिल्मों के जरिए दर्जनों फिल्म फेस्टिवल जैसे- मियामी इपीक ट्रेलर फेस्टिवल, इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, आचार्य तुलसी शार्ट फिल्म फेस्टिवल,चिल्ड्रन एनीमेशन अवार्ड, इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल ओडिशा, में प्रतिभागी बन चुके हैं और उनकी फिल्में कई श्रेणी में शामिल हो चुकी हैं।
Read More »सफाई कर्मी से की अभद्रता, जाति सूचक शब्द बोलकर लताड़ा
कानपुरः अर्पण कश्यप। एक ओर जहां सरकार समाज में समानता पर जोर दिए है तो दूसरी ओर ऐसे उदाहरण देखने में मिल रहे हैं जो बहुत ही शर्मनाक कहा जा सकता है। ऐसा ही एक मामला बर्रा थाना क्षेत्र में प्रकाश में आया कि सरेराह कूढा फेंकने से टोकने एक महिला ने सफज्ञई कर्मी को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित किया। महिला सरकारी अध्यापक बताई जा रही है। यह भी बताया गया कि महिला ने सफाई कर्मी को इतना लज्जित किया को वो झाडू फेंक कर रोता हुआ चला गया।
बर्रा थाना क्षेत्र के आई ब्लाक में वार्ड 82 में सुरेश वाल्मीक नाम का सफाई कर्मी झाडू लगा रहा था तभी मोहल्ले की एक महिला ने कूढा फेंक दिया जिसका विरोध सुरेश ने किया और कहा कि जब मै यहा झाडू लगा रहा हूं तो यहॉ पर कूढ़ा डालो जिसे मैं उठा लूंगा। उसने कहा कि खाली पड़ी कालोनी में कूड़ा फेंकने से वह सड़क पर आ जायेगा। यह सुनते ही महिला का पारा हाई हो गया। महिला ने सुरेश को सरेआम जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जन्म के कुकर्मो की वजह से झाडू लगाने वाला बता कर जलील कर दिया। इससे सुरेश मौके से रोता हुआ चला गया व अपने सफाई नायक को बताया। मौके पर जॉच करने पर मामले में सत्यता पायी गयी व कूडे की फोटो खींच कर कार्यवाही का आश्वासन दे कर सुरेश को दोबारा काम पर भेजा गया।